बक्सर: अपराधियों और शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए पुलिस की ओर से विशेष रणनीति तैयार की गई है. जिसके लिए चौकीदार से लेकर पुलिस कप्तान तक सूचना संग्रह कर रहे हैं.वहीं, पुलिस की शख्ती से नए साल में शराब माफियाओं और अपराधियों में खौफ का माहौल रहेगा.
अपराध को लेकर पुलिस कप्तान सख्त
बक्सर पुलिस कप्तान साल 2020 का अंत होने के साथ ही आपराधिक घटनाओं का भी अंत करने में जुटे हैं. साल के पहले ही दिन पुलिस कप्तान काफी सख्त दिखाई दिए. इस दौरान पुलिस कप्तान ने सभी थाना प्रभारी से लेकर चौकिदार और डीएसपी को हिदायत देते हुए कहा कि सभी लोग अपने-अपने सूचना तंत्र को मजबूत करें. साथ ही अपराधियों की सूचना को इकट्ठा करें ताकि अपराधियों का अंत किया जा सके.
'नहीं बढ़ा है बक्सर में अपराध'
2020 में बक्सर जिले में बड़े अपराधिक घटनाओं को लेकर बक्सर पुलिस कप्तान ने स्पष्ट कर दिया है कि जिले में अपराध की घटनाओं में लगातार गिरावट आई है. पुलिस मुख्यालय से जारी रिपोर्ट के अनुसार साल 2018-19 और 2019-20 की अपेक्षा 2020-21 में आपराधिक घटनाओं में गिरावट आई है. अपराधियों और शराब माफियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस विशेष रणनीति को तैयार कर काम कर रही है. जिसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है. केवल दिसंबर महीने में बक्सर पुलिस ने 4 दर्जन से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया है या अपराधियों ने पुलिस के डर से सरेंडर कर दिया है.
पुलिस का करें सहयोग
नए साल की शुभकामनाएं देते हुए बक्सर पुलिस कप्तान ने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा कि बक्सर में शांति व्यवस्था कायम करने में पुलिस का भरपूर सहयोग करें. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व, शराब माफिया या कोई भी गैर कानूनी काम करता है तो कोई भी आम नागरिक सीधे मुझे फोन कर सूचना दे. उनकी गोपनीयता को सार्वजनिक नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि बक्सर पुलिस किसी भी दबाव में नहीं है. लगतार अपराधियों के खिलाफ छापेमारी कर गिरफ्तार की जा रही है. जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए बक्सर पुलिस 24 घंटे तैयार है.
चौक-चौराहे पर पुलिस की नजर
बता दें कि नए साल में जिले में शांति व्यवस्था कायम करना पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. यही कारण है कि 31 दिसंबर की देर रात से ही पुलिसकर्मी गंगा के तटों, पार्को, रेस्टोरेंट और शहर के चौक-चौराहे पर विशेष रुप से नजर बनाई हुई है. जिससे कि असामाजिक तत्व के लोग नए साल के जश्न में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना कर सकें.