बक्सर: किसानों और प्रवासी श्रमिकों के कठिन परिश्रम की बदौलत इस वर्ष धान का उत्पादन सबसे अधिक हुआ है. कृषि विभाग के माध्यम से जिले में 90 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. वहीं समय से मानसून आने के कारण लक्ष्य से अधिक उत्पादन किया गया है. वहीं दूसरी ओर धान की खरीदारी न होने से किसान काफी परेशान हो गए हैं.
अब शुरू हुई धान की खरीदारी
ईटीवी भारत पर किसानों की समस्याएं प्रकाशित होने और किसानों की चेतावनी के बाद अधिकारियों की नींद टूटी तो अब धान की खरीदारी शुरू की गई. जिलाधिकारी ने ईटीवी के सवालों पर कहा कि क्रय केंद्रों में धान की खरीदारी शुरू कर दी गई जो 31 मार्च तक की जाएगी.
किसान थे परेशान
धान का बंपर उत्पादन होने के बाद भी कई दिनों तक धान की बिक्री नहीं हुई. जिससे, हजारों किसान परेशान थे. किसानों ने यहां तक कह दिया था कि अगर धान की बिक्री नहीं हुई तो जिलाधिकारी कार्यालय बाहर धान के साथ प्रदर्शन करेंगे. किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए ईटीवी भारत ने भी मुद्दे को उठाया तो अधिकारियों की नींद खुल गई. बाद में जिलाधिकारी ने बताया कि खरीदारी शुरू हो गई जो मार्च तक होगी.
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ईटीवी भारत की खबर पर 24 घण्टे DM ने लिया संज्ञान
जिलाधिकारी अमन समीर ने विभागीय अधिकारियों को बताया कि एक लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य सरकार के माध्यम से निर्धारित किया गया है. धान अधिप्राप्ति की अवधि नवम्बर 2020 से लेकर 31 मार्च 2021 तक निर्धारित की गई है. वहीं साधारण किस्म के धान की खरीदारी 1868.00 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए किस्म की धान 1888.00 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जाएगी.
किसानों ने जिलाधिकारी का किया धन्यवाद
किसानों की समस्या पर 24 घंटे के अंदर संज्ञान लेने पर किसानों ने जिलाधिकारी को धन्यवाद दिया. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने बताया कि कठिन परिश्रम कर कोरोना वैश्विक महामारी में भी किसानों ने धान का बंपर उत्पादन किया है. कृषि विभाग और सहकारिता विभाग के अधिकारियों की मनमानी के कारण धान की खरीदारी नहीं की जा रही है.