बक्सरः जिले के 5 प्रखंडों में बाढ़ से पहले ही बाढ़ नियंत्रण विभाग ने कटाव रोधी कार्य करवाए थे. लेकिन हल्की बारिश में ही सारा काम पानी में बह गया. उत्तर बिहार में इन दिनों बाढ़ का प्रकोप देखने को मिल रहा है जिससे जिले के ग्रामीण दहशत में हैं. इसे लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहा है.
बाढ़ से पहले तैयारी ध्वस्त
बाढ़ पूर्व बाढ़ नियंत्रण विभाग की तैयारी धराशाई होने पर आरजेडी के पूर्व जिलाध्यक्ष भरत यादव ने कहा कि बक्सर में भ्रष्टाचार की गंगोत्री बह रही है. उन्होंने कहा कि ढाई महीने पहले कटाव रोधी कार्य करवाए गए थे. जिले में बाढ़ नहीं आई और सारी तैयारी ध्वस्त हो गई.
गंगा का जलस्तर
भरत यादव ने कहा कि मामले में जो भी पदाधिकारी दोषी हैं, उनपर जिलाधिकारी को एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई करनी चाहिए. गौरतलब है कि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 3 मीटर दूर है. जिले के 5 प्रखंड में बाढ़ के कारण साल 2019 व 2016 में भारी तबाही आई थी. इसे देखते हुए जिलाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने ढाई महीने पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी.
अधिकारियों की लापरवाही
बता दें कि बिहार के 14 जिले बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं. सभी जिलों में नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकार के मंत्रियों ने बाढ़ से पहले तैयारी पूरी होने का दावा किया था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से सभी दावे फेल साबित होते नजर आ रहे हैं.