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Buxar News : भगवान श्री राम की भव्य मूर्ति के माॅडल का हुआ प्रदर्शन, रामरेखा घाट पर होगी स्थापना - Buxar News

बक्सर में प्रस्तावित भगवान श्री राम के विशाल मूर्ति के मॉडल का जिला प्रशासन और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के सामने डिस्प्ले किया गया. इसके साथ ही जिला प्रशासन के साथ केंद्रीय मंत्री ने रामरेखा घाट का दौरा भी किया. पढ़ें पूरी खबर..

भगवान श्रीराम की मूर्ति का माॅडल
भगवान श्रीराम की मूर्ति का माॅडल
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Published : Aug 20, 2023, 10:14 PM IST

बक्सर में भगवान श्रीराम की मूर्ति के माॅडल का डिस्पले

बक्सर : बिहार के बक्सर में भगवान श्रीराम की भव्य मूर्ति स्थापना को लेकर रविवार को मैराथन बैठक हुई. इसमें महाराष्ट्र के रहने वाले सुप्रसिद्ध मूर्तिकार अनिल राम सुतार ने भगवान श्री राम की मूर्ति के मॉडल का डिस्प्ले किया. सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के साथ जिला प्रशासन, श्रीराम कर्मभूमि न्यास एवं मूर्ति स्थापना के विशेषज्ञ भी शामिल थे.

ये भी पढ़ें : Buxar में विश्व की सबसे ऊंची पराक्रमी राम की मूर्ति लगने को लेकर सियासत शुरू, अपनी ही पार्टी के नेता कर रहे विरोध

मूर्ति स्थापना को लेकर हुई मैराथन बैठक : बता दें कि अश्विनी चौबे के संयोजन में नवंबर 2022 में आयोजित सनातन संस्कृति समागम में भगवान श्री राम की दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति की बक्सर में स्थापना को लेकर घोषणा की गई थी. इसी काम को लेकर सर्किट हाउस में मैराथन बैठक हुई. मालूम हो कि कुछ दिन पहले बक्सर के प्रमुख धार्मिक स्थान का ड्रोन के माध्यम से जियो लॉजिकल मैपिंग सर्वे किया गया था. इसका पूरा प्रेजेंटेशन बैठक में प्रस्तुत किया गया.

रामरेखा घाट कॉरिडोर होगा विकसित : तेलंगाना से आए जियोलॉजिकल मैपिंग विशेषज्ञ जेएस रेड्डी ने अपनी रिपोर्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि रामरेखा घाट के आसपास पर्यटन की दृष्टिकोण से काफी संभावनाएं हैं. भगवान श्री राम की प्रारंभिक स्वरूप में मूर्ति रामरेखा घाट के आस-पास लग सके, इसे प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. तीन मंजिला इमारत के ऊपर भगवान की मूर्ति पराक्रम रूप में उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की. इसे सभी ने पसंद किया.

लाइट एंड साउंड को केंद्रीय पर्यटन विभाग करेगा विकसित : लाइट एंड साउंड वाली जगह को विकसित कर वहां पर मूर्ति स्थापना को लेकर जिला प्रशासन के साथ प्रारंभिक चर्चा हुई. सभी विशेषज्ञों, जिला प्रशासन के साथ केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने रामरेखा घाट के आसपास के क्षेत्र का अवलोकन किया. मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री श्री चौबे के प्रयास से लाइट एंड साउंड वाली जगह को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से डेवेलप करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

महर्षि विश्वामित्र के कार्य भी दिखाए जाएंगे : विशेषज्ञों की टीम ने रामायण सेंटर एवं भगवान श्री राम के बाल लीला से जुड़ी हुई सभी बिंदुओं पर फोकस कर प्रजेंटेशन को तैयार है. इसे भी प्रस्तुत किया गया. महर्षि विश्वामित्र एवं यज्ञ स्थली को भी बेहतर ढंग से प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उनके किए गए विराट के कार्यों को दिखाया गया. उसे पूरे प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है. ताकि महर्षि विश्वामित्र, भगवान श्री राम एवं अन्य ऋषि-मुनियों तथा भगवान के पहले मनुज वामन अवतार का विराट स्वरूप जनता के सामने प्रस्तुत किया जा सके.

गंगा घाटों का होगा सौंदर्यीकरण : अश्विनी चौबे ने बताया कि बक्सर गंगा किनारे के घाटों के सुंदरीकरण के साथ, एक बेहतर कॉरिडोर का निर्माण हो सके. इससे रोजगार के साथ-साथ धार्मिक, आध्यात्मिक एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से यह पूरा इलाका विकसित हो सकेगा. इस पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई है. स्थल अवलोकन भी किया गया है. आगे फिर से कमेटी की बैठक होगी. इसमें प्राथमिकता तय कर कार्यों को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया जाएगा.

"सनातन संस्कृति समागम में जो घोषणा की गई थी उसके अनुसार लगातार कार्य किया जा रहा है. इस कड़ी में आज सभी पक्षों की बैठक हुई है. इसमें भगवान श्री राम के पराक्रमी मूर्ति के मॉडल का डिस्प्ले भी किया गया है. इसके साथ साथ अन्य संभावनाओं पर भी चर्चा हुई है".- अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद

सांसद ने कहा कि डिस्प्ले सभी को पसंद आए हैं. बैठक में समीर सुतार, जी एस रेड्डी, जियोलॉजिकल मैपिंग, रंजीत, शिवकुमार मूर्तिकार, श्रीराम कर्मभूमि न्यास के अध्यक्ष श्री कृष्णकांत ओझा, रामबालक, अर्जित शाश्वत, धनंजय चौबे, प्रदीप राय, अरुण मिश्रा, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल स्वामी, भोला सिंह डीडीसी, एसडीएम व जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे.

बक्सर में भगवान श्रीराम की मूर्ति के माॅडल का डिस्पले

बक्सर : बिहार के बक्सर में भगवान श्रीराम की भव्य मूर्ति स्थापना को लेकर रविवार को मैराथन बैठक हुई. इसमें महाराष्ट्र के रहने वाले सुप्रसिद्ध मूर्तिकार अनिल राम सुतार ने भगवान श्री राम की मूर्ति के मॉडल का डिस्प्ले किया. सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के साथ जिला प्रशासन, श्रीराम कर्मभूमि न्यास एवं मूर्ति स्थापना के विशेषज्ञ भी शामिल थे.

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मूर्ति स्थापना को लेकर हुई मैराथन बैठक : बता दें कि अश्विनी चौबे के संयोजन में नवंबर 2022 में आयोजित सनातन संस्कृति समागम में भगवान श्री राम की दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति की बक्सर में स्थापना को लेकर घोषणा की गई थी. इसी काम को लेकर सर्किट हाउस में मैराथन बैठक हुई. मालूम हो कि कुछ दिन पहले बक्सर के प्रमुख धार्मिक स्थान का ड्रोन के माध्यम से जियो लॉजिकल मैपिंग सर्वे किया गया था. इसका पूरा प्रेजेंटेशन बैठक में प्रस्तुत किया गया.

रामरेखा घाट कॉरिडोर होगा विकसित : तेलंगाना से आए जियोलॉजिकल मैपिंग विशेषज्ञ जेएस रेड्डी ने अपनी रिपोर्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि रामरेखा घाट के आसपास पर्यटन की दृष्टिकोण से काफी संभावनाएं हैं. भगवान श्री राम की प्रारंभिक स्वरूप में मूर्ति रामरेखा घाट के आस-पास लग सके, इसे प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. तीन मंजिला इमारत के ऊपर भगवान की मूर्ति पराक्रम रूप में उन्होंने प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत की. इसे सभी ने पसंद किया.

लाइट एंड साउंड को केंद्रीय पर्यटन विभाग करेगा विकसित : लाइट एंड साउंड वाली जगह को विकसित कर वहां पर मूर्ति स्थापना को लेकर जिला प्रशासन के साथ प्रारंभिक चर्चा हुई. सभी विशेषज्ञों, जिला प्रशासन के साथ केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने रामरेखा घाट के आसपास के क्षेत्र का अवलोकन किया. मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री श्री चौबे के प्रयास से लाइट एंड साउंड वाली जगह को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से डेवेलप करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

महर्षि विश्वामित्र के कार्य भी दिखाए जाएंगे : विशेषज्ञों की टीम ने रामायण सेंटर एवं भगवान श्री राम के बाल लीला से जुड़ी हुई सभी बिंदुओं पर फोकस कर प्रजेंटेशन को तैयार है. इसे भी प्रस्तुत किया गया. महर्षि विश्वामित्र एवं यज्ञ स्थली को भी बेहतर ढंग से प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उनके किए गए विराट के कार्यों को दिखाया गया. उसे पूरे प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है. ताकि महर्षि विश्वामित्र, भगवान श्री राम एवं अन्य ऋषि-मुनियों तथा भगवान के पहले मनुज वामन अवतार का विराट स्वरूप जनता के सामने प्रस्तुत किया जा सके.

गंगा घाटों का होगा सौंदर्यीकरण : अश्विनी चौबे ने बताया कि बक्सर गंगा किनारे के घाटों के सुंदरीकरण के साथ, एक बेहतर कॉरिडोर का निर्माण हो सके. इससे रोजगार के साथ-साथ धार्मिक, आध्यात्मिक एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से यह पूरा इलाका विकसित हो सकेगा. इस पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई है. स्थल अवलोकन भी किया गया है. आगे फिर से कमेटी की बैठक होगी. इसमें प्राथमिकता तय कर कार्यों को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया जाएगा.

"सनातन संस्कृति समागम में जो घोषणा की गई थी उसके अनुसार लगातार कार्य किया जा रहा है. इस कड़ी में आज सभी पक्षों की बैठक हुई है. इसमें भगवान श्री राम के पराक्रमी मूर्ति के मॉडल का डिस्प्ले भी किया गया है. इसके साथ साथ अन्य संभावनाओं पर भी चर्चा हुई है".- अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद

सांसद ने कहा कि डिस्प्ले सभी को पसंद आए हैं. बैठक में समीर सुतार, जी एस रेड्डी, जियोलॉजिकल मैपिंग, रंजीत, शिवकुमार मूर्तिकार, श्रीराम कर्मभूमि न्यास के अध्यक्ष श्री कृष्णकांत ओझा, रामबालक, अर्जित शाश्वत, धनंजय चौबे, प्रदीप राय, अरुण मिश्रा, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल स्वामी, भोला सिंह डीडीसी, एसडीएम व जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे.

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