बक्सर : हां और ना के बीच आखिरकार शुक्रवार की शाम बक्सर पहुंच ही गये राजस्थान के कंबल वाले बाबा. आज कंबल वाले बाबा का दरबार लगेगा. आपको बता दें कि जिले के राजपुर प्रखंड के पिपराढ़ गांव में आयोजित श्री श्री 1008 गंगापुत्र त्रिदंडी स्वामी जी के सानिध्य में आगामी 30 अक्टूबर से 4 नवंबर तक श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ सह अंतराष्ट्रीय धर्म महासम्मेलन का भव्य आयोजन हो रहा है. जिसमें देश-विदेश के कई महान साधु-संत एवं चमत्कारी बाबाओं का भी आगमन हो रहा है.
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28 अगस्त को बक्सर में आने की उड़ी थी अफवाह : इस कार्यक्रम में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, पण्डोखर सरकार, अनिरुद्धाचार्य जी महाराज, आचार्य देवकीनंदन सहित दर्जनों महापुरुषों समेत काली कंबलवाले बाबा शिरकत करने वाले थे. बतातें चलें कि इसी बीच सोशल मीडिया में भ्रामक खबरें प्रकाशित होने लगी कि कंबल वाले बाबा 28 अगस्त को ही बक्सर पधार रहे हैं, जिसको लेकर कर्नाटक समेत अन्य जगहों से काफी लोग अपने असाध्य रोगों के इलाज के लिए बक्सर पहुंच गए.
निराश हुए थे दूर दराज के श्रद्धालु : कंबल वाले बाबा को बक्सर में मौजूद न पाकर श्रद्धालु काफी निराश हुए. हालांकि लोगों की निराशा को लेकर गंगापुत्र त्रिदंडी स्वामी महाराज ने कंबल वाले बाबा से आग्रह कर यहां की स्थितियों से अवगत कराते हुए दो सितंबर को दरबार लगाने की बात की, जिसे सुन कंबल वाले बाबा द्वारा अपने निश्चित समय से पूर्व ही बक्सर पहुंचने या निर्णय लिया.
आज बक्सर में लगेगा कंबल वाले बाबा का दरबार : एक सितंबर को देर शाम बाबा बक्सर पहुंचे. बक्सर पहुंचते ही बाबा के भक्तों ने गोलंबर पर उनका भव्य स्वागत किया. जहां से वो पंचमुखी हनुमान मंदिर पहुंचकर बजरंग बली का दर्शन किया. उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि जहा पर विज्ञान खत्म होता है वहां से अध्यात्म शुरू होता है. मैं मां काली का भक्त हूं और ये चमत्कारी कंबल मुझे मां काली से प्राप्त हुआ है.
''मैं राजस्थान का एक ग्वाला यानी गुर्जर का पुत्र हूं. मेरा नाम गणेश गुर्जर है. मैं अपने पिता के साथ गाय चराया करता था और काली मां का भक्ति भी करता था. उसी वक्त मां काली का आर्शीवाद प्राप्त हुआ.''- गणेश गुर्जर, काली कंबल वाले बाबा
पीड़ितों को कंबल ओढ़ाते हैं बाबा : वहीं बाबा के आगमन का समाचार सुन एक पैर से दिव्यांग रोगी बाबा से पंचमुखी महावीर मंदिर में मिला, जिसे बाबा ने अपना कंबल ओढ़ा उसे आशीर्वाद दिया. जिसके बाद पीड़ित ने बताया कि पहले से रिलैक्स महसूस हो रहा है. हालांकि बाबा द्वारा बताया गया कि इन्हे मेरे पास तीन बार आना पड़ेगा, फिर ये पूरी तरह ठीक हो जाएंगे.