बक्सरः बिहार के बक्सर में एक महिला को कोर्ट (Buxar Civil Court) की आंख में धूल झोंकना महंगा पड़ गया. मामला उजागर होने के बाद कोर्ट ने आरोपी महिला को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया है. साथ ही अधिवक्ता समेत अन्य पर भी प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है. बताया जा रहा है कि छोटी बहन की जगह महिला खुद कोर्ट में पहुंच गई. लेकिन एसडीजेएम कोर्ट में महिला की चालाकी काम नहीं कर सका. पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
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दहेज प्रताड़ना मामलाः दरअसल मामला बक्सर व्यवहार न्यायालय का है. उस वक्त कोर्ट में खलबली मच गई जब न्यायालय के समक्ष यह जाहिर हुआ कि दहेज प्रताड़ना मामले में जो महिला न्यायालय में उपस्थित हुई है वह अपनी छोटी बहन के जगह पर पहुंची है. खुद की गलत पहचान बता रही है. न्यायाधीश के आंखों में धूल झोंकने की कोशिश करने वाली महिला की पहचान जैसे ही उजागर हुई, सुनवाई कर रहे न्यायाधीश ने महिला को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. इस मामले में अन्य आरोपियों व अधिवक्ता के विरुद्ध भी नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है.
सूचिका ने की पहचानः जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में पिंकी देवी ने मामला दर्ज कराया था. जिसकी सुनवाई एसडीजेएम कोर्ट में चल रही थी. इस मुकदमे के आरोपी दिनेश चैधरी, प्रियंका देवी और सीता देवी है जिसने जमानत के लिए अदालत में अर्जी लगाई थी. गुरुवार को दिनेश चौधरी को जेल से न्यायालय लाया गया. प्रियंका देवी और सीता देवी अपने वकील लक्ष्मण पांडेय के साथ अदालत में उपस्थित हुई. लेकिन, सूचिका पिंकी देवी ने बताया कि खुद को प्रियंका देवी बता रही महिला का असली नाम शीला देवी प्रियंका की बड़ी बहन है.
हिरासत में लेने का आदेशः बात सामने आने के बाद अदालत ने तत्काल शीला देवी को हिरासत में लेते हुए मुकदमे के सभी आरोपियों तथा उनके अधिवक्ता लक्ष्मण पांडेय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दे दिया. यह मामला न्यायालय में काफी चर्चा का विषय बना रहा. गौरतलब है कि कोर्ट के आंखों में धूल झोंकने का बक्सर में यह पहला मामला आया. जिसे जानकर हर कोई हैरान है.