बक्सर: भारत सहित पूरे विश्व में कोरोना का कहर जारी है. इसी क्रम में सोशल डिस्टेंस को लेकर के पूरे भारत में 14 अप्रैल तक लॉक डाउन कर दिया गया है. जिले में सोशल डिस्टेंस को बरकरार करने के लिए जिला प्रशासन ने कठोर कदम उठाया है. डीपीआरओ ने सड़कों के बाद अब नदी मार्ग पर को ले करकें आवागमन पर रोक लगा दिया गया है. लेकिन लॉक डाउन का पालन न करने वाले कई ऐसे लोग हैं जो सड़क पर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं. सड़क पर पुलिस की बढ़ी सरगर्मी के बाद अब उत्तर प्रदेश से गंगा नदी के सहारे बक्सर की सीमा में लोग प्रवेश करना शुरू कर दिए है.
गंगा नदी में वोट की परिचालन पर रोक
दुनिया भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के चपेट में आने से दिन प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिसको लेकर के पीएम मोदी ने 24 मार्च को देश भर में संपूर्ण लॉक डाउन लगा दिया है, जिससे की लोगों में सोशल डिस्टेंस बना रहे. जिसको लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कठोर कदम उठाते हुए गंगा नदी में वोट परिचालन पर रोक लगा दिया है. खाद्य सामाग्री को छोड़कर एक भी वोट गंगा नदी में नहीं चलेगा. गौरतलब है कि दिल्ली एवं उसके आसपास के शहरों में काम करने वाले भारी संख्या में बिहारी मजदूर अपने गांव वापस आ रहे हैं. जिनको भीड़भाड़ से दूर रखने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा उनके आवासन, भोजन एवं मेडिकल जांच के लिए बॉर्डर इलाके से कुछ दूरी पर आपदा राहत कैम्प बनाया गया है. जिसमें बाहर से आने वाले लोगो को ठहराया जा रहा है.
देखें यह खास रिपोर्ट: दरभंगा : मजदूरों को घर तक पहुंचाने के लिए ACTION में जिला प्रशासन
खाद्य सामाग्री वाले गंगा वोट पर कोई प्रतिबंध नहीं- डीपीआरओ
मामले की जानकारी देते हुए डीपीआरओ कन्हैया कुमार ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बार-बार लोगों से घरों में रहने का अपील कर रहे हैं. वहीं, सड़क पर पुलिस की सख्ती को देखकर गंगा नदी के सहारे अब लोग एक जगह से दूसरी जगह आने-जाने लगे हैं. इस सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार रखने के लिए जिला पदाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर गंगा में वोट के परिचालन पर रोक लगा दिया गया है. खाद्य सामग्री को छोड़कर एक भी वोट गंगा नदी में नहीं चलेगी.