बक्सर: बिहार के सभी जिलों में राज्य सरकार की तरफ से वृद्ध, दिव्यांग और विधवाओं के लिए बुनियादी केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें मरीज इलाज के लिए आते हैं. लेकिन यहां पर झूठे आंकड़ों का खेल चल रहा है. यहां के अधिकारी कागजों के सहारे सरकार को धोखा दे रहे हैं.
झूठे आंकड़े पेश कर रहे अधिकारी
इस केंद्र पर वर्ष 2018-19 के दौरान कुल आने वाले लोगों की संख्या एक हजार 266 है. जबकि केंद्र पर मौजूद अधिकारियों ने इसका आंकड़ा एक हजार 899 दिखाया है. इन आंकड़ों के बीच 633 लोगों का अंतर है.
अधिकारी ने मानी गलती
इस बारे में जब केंद्र पर मौजूद प्रभारी जिला प्रबंधक चंद्र प्रकाश से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गलती से ऐसे आंकड़े दर्ज हो गए हैं. अगर एक ही मरीज केंद्र पर 20 बार आता है, तो उसकी एंट्री 20 बार दर्ज की जाती है. उन्होंने अपनी गलती मानते हुए कहा कि ये आंकड़े गलती से दर्ज हुए हैं, जिसे ठीक कर लिया गया है.
क्या है बुनियादी केंद्र
गौरतलब है कि राज्य सरकार के निर्देश पर सभी जिले में समाज कल्याण विभाग के तरफ से संचालित बुनियादी केंद्रों की स्थापना की गई थी. इसके माध्यम से वृद्ध, विधवा और दिव्यांग को तत्काल मदद पहुंचाई जाती है, लेकिन अब यह बुनियादी केंद्र लोगों की मदद के बजाए सरकार के आंख में धूल झोंकने का काम कर रहा है.