बक्सर: लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा किसानों की खेती प्रभावित हुई है. रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश करने के साथ ही किसानों के चेहरे पर खुशी की जगह मायूसी है, किसान अपने खेतों में धान का बिचड़ा डालने के लिए सरकारी विभाग पर निर्भर हैं, लेकिन उन्हें अब तक बीज उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.
किसानों ने बताया कि लॉकडाउन ने तो खेती को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. रोहिणी नक्षत्र चढ़ गया है, लेकिन अब तक विभाग की तरफ से बीज उपलब्ध नहीं कराया गया है. साथ ही प्रशासन बीज को लाने के लिए अनुमति भी नहीं दे रहा है. विभाग के अधिकारी को ये भी पता नहीं है कि किसानों के लिए ये नक्षत्र महत्वपूर्ण होता है. इस नक्षत्र में यदि धान का बिचड़ा नहीं डाला गया, तो खरीफ के साथ ही साथ रवि फसल का भी नुकसान होता है.
'जल्द उपलब्ध करा दिया जाएगा बीज'
किसानों की समस्या पर डीएम अमन समीर ने बताया कि जिला कृषि पदाधिकारी की तरफ से जानकारी दी गई है कि किसानों को गर्मा फसल यानी उड़द और मूंग का बीज उपलब्ध करा दिया गया है. अगर कोई किसान छूट गए होंगे, तो उन्हें भी उपलब्ध करा दिया जाएगा. वहीं, धान के बिचड़े के संबंध में उन्होंने आश्वस्त किया कि समस्या को जल्द ही दूर किया जाएगा.
पहले भी लग चुका है आरोप
बता दें कि बक्सर जिला में साल 2018-19 के दौरान भी विभागीय अधिकारियों ने किसानों की योजना में बड़ा घोटाला किया था. धान की खेत में अरहर की फसल और अरहर की जगह धान की खेती की झूठी रिपोर्ट तैयार कर 300 क्विंटल अरहर बीज का घोटाला किया गया था. ईटीवी भारत ने इसका खुलासा किया था. इसके बाद इसकी जांच हुई थी.