ETV Bharat / state

ग्राउंड रिपोर्ट: साहब दो दिन से नहीं जले चूल्हे, खाना नहीं खाया तो भूख से मरेंगे

पीएम मोदी ने 24 मार्च की रात लॉकडाउन का ऐलान किया था, जिसमें आवश्यक सेवाएं मुहैया कराना सरकार की जिम्मेदारी बताई गई थी. लेकिन अब माहौल अलग है. यहां लोग अन्न के लिए तरस रहे हैं.

FDGFDGD
FGFDGDFG
author img

By

Published : Mar 27, 2020, 11:28 PM IST

Updated : Mar 31, 2020, 1:01 PM IST

बक्सर: कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन तो हो गया, लेकिन कुछ गरीबों के घर में चूल्हा तक नहीं जल रहा है. आलम ये है कि लोग नींबू पानी पीकर गुजर बसर कर रहे हैं. बाहर निकलने पर पुलिस रोक दे रही है, अब ऐसे में लोग बाजार भी नहीं जा पा रहे हैं.

लॉकडाउन के 96 घंटे बाद ही जिले में इसका साइड इफेक्ट दिखने लगा है. मजदूरों के सामने घर में कैद रहने से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. ईटीवी भारत ने शहर के बीचो बीच स्थित शांति नगर में पड़ताल की. जिसमें ये दिखा कि अब हालात ऐसे हो गए हैं कि कई घरों में अन्न का एक दाना भी नहीं है. लोग नींबू पानी पीकर रह रहे हैं.

देखें रिपोर्ट.

बस्ती वालों ने क्या कहा

बस्ती में रहने वाले लोगों ने बताया कि आज घर में अन्न का एक दाना तक नहीं है. सरकार घर में रहने की बात तो कह रही है, लेकिन जीवन यापन के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों का कहना है कि बाहर जाने पर पुलिस मार रही है. ऐसे में अब हम नींबू पानी के सहारे ही रहने को मजबूर हैं.

1
गांव में छप्पर के मकान

जानकी देवी ने बताया कि सरकार एवं जिला प्रशासन के लोगों ने घर में तो रहने का आदेश दे दिया, लेकिन घर में खाने के लिए भोजन कहां से आएगा इसके बारे में अब तक किसी ने पहल नहीं की. बाहर जाने पर पुलिस मारती है, घर में रहने पर भूख मारती है. ऐसे में हमारे सामने तो आगे कुआं पीछे खाई वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिला प्रशासन की तरफ से भी अब तक किसी तरह की मदद नहीं मिली है. जिसके कारण नींबू पानी पीकर पेट की भूख को हम लोग शांत कर रहे हैं.आगे का दिन कैसे कटेगा यह तो भगवान ही जानेंगे. यही हालात रहा तो भूख से ही मौत हो जाएगी.

2
खाली पड़े बर्तन

क्या बोले विधायक
वहीं जब इस मामले के बारे में सदर विधायक संजय उर्फ मुन्ना तिवारी से पूछा गया. तो उन्होंने कहा कि जिले में 24 हजार राशन कार्ड धारक हैं. उनको छोड़कर जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. उनकी पहचान की जा रही है. सभी गरीब परिवारों को अन्न मुहैया कराया जाएगा.

बक्सर: कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन तो हो गया, लेकिन कुछ गरीबों के घर में चूल्हा तक नहीं जल रहा है. आलम ये है कि लोग नींबू पानी पीकर गुजर बसर कर रहे हैं. बाहर निकलने पर पुलिस रोक दे रही है, अब ऐसे में लोग बाजार भी नहीं जा पा रहे हैं.

लॉकडाउन के 96 घंटे बाद ही जिले में इसका साइड इफेक्ट दिखने लगा है. मजदूरों के सामने घर में कैद रहने से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. ईटीवी भारत ने शहर के बीचो बीच स्थित शांति नगर में पड़ताल की. जिसमें ये दिखा कि अब हालात ऐसे हो गए हैं कि कई घरों में अन्न का एक दाना भी नहीं है. लोग नींबू पानी पीकर रह रहे हैं.

देखें रिपोर्ट.

बस्ती वालों ने क्या कहा

बस्ती में रहने वाले लोगों ने बताया कि आज घर में अन्न का एक दाना तक नहीं है. सरकार घर में रहने की बात तो कह रही है, लेकिन जीवन यापन के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों का कहना है कि बाहर जाने पर पुलिस मार रही है. ऐसे में अब हम नींबू पानी के सहारे ही रहने को मजबूर हैं.

1
गांव में छप्पर के मकान

जानकी देवी ने बताया कि सरकार एवं जिला प्रशासन के लोगों ने घर में तो रहने का आदेश दे दिया, लेकिन घर में खाने के लिए भोजन कहां से आएगा इसके बारे में अब तक किसी ने पहल नहीं की. बाहर जाने पर पुलिस मारती है, घर में रहने पर भूख मारती है. ऐसे में हमारे सामने तो आगे कुआं पीछे खाई वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिला प्रशासन की तरफ से भी अब तक किसी तरह की मदद नहीं मिली है. जिसके कारण नींबू पानी पीकर पेट की भूख को हम लोग शांत कर रहे हैं.आगे का दिन कैसे कटेगा यह तो भगवान ही जानेंगे. यही हालात रहा तो भूख से ही मौत हो जाएगी.

2
खाली पड़े बर्तन

क्या बोले विधायक
वहीं जब इस मामले के बारे में सदर विधायक संजय उर्फ मुन्ना तिवारी से पूछा गया. तो उन्होंने कहा कि जिले में 24 हजार राशन कार्ड धारक हैं. उनको छोड़कर जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. उनकी पहचान की जा रही है. सभी गरीब परिवारों को अन्न मुहैया कराया जाएगा.

Last Updated : Mar 31, 2020, 1:01 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.