बक्सर: बिहार में बाढ़ की आंशका को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. उत्तर प्रदेश के यमुना नदी में अत्यधिक पानी छोड़े जाने के कारण गंगा के जल स्तर में भी वृद्धि आई है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बाढ़ के हालात पर जिला प्रशासन की तैयारी को लेकर प्रेस वार्ता की.
दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में
शुक्रवार को भी गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी गई. तटीय इलाकों में बाढ़ की गंभीर स्थिति बनती जा रही है. अबतक 17 पंचायतों के दर्जनों गांवों का मुख्य सड़क के साथ संपर्क टूट गया है. लगभग 100 घरों में पानी भी घुस गया है. हालांकि ऐसे स्थानों पर जिला प्रशासन ने नाव की व्यवस्था कर दी है. इन इलाकों में नावों की संख्या बढ़ाकर 18 से 46 कर दी गई है. इसी को लेकर मुख्यमंत्री ने बक्सर तक बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण किया.
गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सुविधा
प्रेस वार्ता के दौरान जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि बाढ़ में घिरे इलाकों में रह रही गर्भवती महिलाओं की भी सूची तैयार कर ली गई है. जरूरत पड़ने पर उनके लिए विशेष रूप से तत्काल चिकित्सा की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. जिला के दोनो अनुमंडलों में NDRF की टीम मौजूद है. कुछ जगहों पर जिला प्रशासन की ओर से सामुहिक भोजन की भी व्यवस्था की गई है. मवेशियों के लिए भी दवा की व्यवस्था की गई है.
DM ने की लोगों से अपील
इसके साथ ही DM ने लोगों से अपील भी की कि बच्चों को ज्यादा बाहर बाढ़ के पानी में नहाने के लिए नहीं जाने दें. कई जगहों पर देखा गया है कि बच्चे पुल से कूद कर नहा रहे हैं. ऐसे में बड़ी दुर्घटना हो सकती है. साथ ही, उन्होंने रात में आवागमन करने से भी इनकार किया है.