बक्सर: नए एमवी एक्ट लागू होने के बाद शहर की सड़कों पर वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस एवं परिवहन विभाग के पदाधिकारी भेदभाव कर रहे हैं. एक ओर जहां लोगों पर खाकी का रौब दिखाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पुलिस पदाधिकारियों को खुलेआम छूट दिया जा रहा है. कैमरे में तस्वीर कैद होने पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली.
नए एमवी एक्ट में भेदभाव
नए एमवी एक्ट लागू होने के बाद पिछले 11 दिनों से पुलिस शहर की सड़कों पर सख्त वाहन जांच कर आम लोगों से फाइन वसूल रही है. वहीं, खादी पहने नेता को बिना हेलमेट के भी जाने की इजाजत दे दी जाती है. मामला बक्सर के जमुना चौक का है, जहां एक ओर पुलिस युवाओं को रोककर पूछताछ कर रही है, वहीं दूसरी ओर खादी पहने नेता को पुलिस ने जाने की इजाजत दे दी. वहीं, बिना सीट बेल्ट लगाए पुलिस वाहन के ड्राइवर को भी रोका नहीं गया. पूछताछ करने पर पुलिस कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है.
'सिर्फ लोकल नहीं लगा रहे हेलमेट'
इस मामले पर जिला परिवहन पदाधिकारी मनोज रजक ने कहा कि 85 प्रतिशत लोग हेलमेट के साथ-साथ सीट बेल्ट का उपयोग कर रहे हैं. मात्र 15 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो लोकल होने की वजह से अब भी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं. आशा है कि जल्द हीं वे लोग भी जागरुक हो जाएंगे.
'बीजेपी और नीतीश का तालीबानी फरमान'
वहीं, शहर की सड़कों पर सख्त वाहन जांच को लेकर राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष भरत यादव ने कहा कि यह बीजेपी और नीतीश कुमार का तालीबानी फरमान है. इस कानून की आड़ में परिवहन विभाग एवं पुलिस कर्मी मनमानी कर सड़कों पर अवैध वसूली कर रहे हैं और जनता पर जबरदस्ती यह कानून थोप रहे हैं.
काउंटर पर लोगों की भीड़
वहीं, कागजात बनवाने पहुंचे लोगों को काउंटर पर भीड़ होने की वजह से काफी परेशानी हो रही थी. इसको लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए एक स्पेशल काउंटर बनाया गया है. उन्होंने कहा कि 10 बजे तक सारे कर्मचारी आ जाते हैं और दिन के 2 बजे तक लोगों की भीड़ भी खत्म हो जाती है. सर्वर डाउन होने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.