बक्सर: जिला के डुमरांव विधानसभा क्षेत्र में 2020 के बिहार विधानसभा का महासमर और भी रोचक होते जा रहा है. जेडीयू से निष्कासित होने के बाद, वर्तमान विधायक ददन पहलवान तो एनडीए उम्मीदवार अंजुम आरा और महागठबंधन के प्रत्याशी अजीत कुशवाहा के बीच कांटे की टक्कर हैं. इस बार डुमरांव सीट से महसंग्राम होने वाला है. हालांकि आरजेडी वरिष्ठ नेता पप्पू यादव भी निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनावी मैदान में उतर कर महागठबंधन का खेल को पूरी तरह से बिगाड़ दिया है.
सभी उम्मीदवार ने झोंकी ताकत
बक्सर जिले में 28 अक्टूबर को चारों विधानसभा सीट पर मतदान होना है. उससे पहले सभी पार्टी के उम्मीदवार और निर्दलीय उम्मीदवार इस विधानसभा क्षेत्र की जनता को अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए पूरे दमखम के साथ एक्चुअल और वर्चुअल माध्यम से जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं. हालांकि, एनडीए हो या महागठबंधन के तरफ से कोई भी बड़ा नेता का अब तक जिला में आगमन होने की कोई सूचना नहीं है. जिसको देखते हुए सुबह 5:00 बजे से लेकर रात्रि 12:00 बजे तक नेताजी हर घर दस्तक देने में परेशान हैं.
क्या कहते है ददन पहलवन
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में ताल ठोक रहे वर्तमान विधायक ददन पहलवान, अपने चुनाव चिह्न ट्रैक्टर पर सवार होकर क्षेत्र के मतदाता से मिलते दिखाई दिए. इस दौरान उन्होंने एनडीए और महागठबंधन पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि एनडीए ने वैसे कट्टरपंथी नेता को इस विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतार दिया है. जो राम मंदिर का भी विरोध करते थे और जम्मू कश्मीर का भी, लेकिन मैं इस विधानसभा क्षेत्र में कट्टरवाद को पनपने नहीं दूंगा.
वहीं उन्होंने महागठबंधन के प्रत्याशी सीपीआई नेता अजीत कुशवाहा को आड़े हाथ लिया. जबकि, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि टिकट देने से पहले एक बार विचार तो कर लिए होते कि जो नरसंहार इस विधानसभा क्षेत्र में हुआ था और 7 लोगों का कत्लेआम कर दिया गया था. उसका जिम्मेदार कौन है? किसी भी सूरत में नक्सलवाद और कट्टरवाद को इस विधानसभा क्षेत्र में पनपने नहीं दूंगा और यहां की जनता सबको उनके हद में रहना सिखाएगी.
ददन पहलवन निर्दलीय प्रत्याशी वर्तमान विधायक
बता दें कि ददन पहलवान पहले भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से अपना जीत दर्ज करा चुके हैं. यही कारण है कि डुमरांव के जनता पर उनको भरोसा है कि जिन नेताओं को राजनीतिक पार्टियों के द्वारा टिकट दिया गया है. इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में यहां की जनता उनको सबक सिखाएगी.