बक्सर : बैंकों के प्रति ग्राहकों का अटूट विश्वास ही होता है कि लोग अपनी मेहनत की कमाई में से एक-एक पैसा बैंक में जमा करते हैं. बैंक में पैसे जमा कर लोग निश्चिंत रहते हैं कि उन्हें जब कभी भी जरूरत होगी तो बैंक से पैसे निकाल लेंगे. लेकिन सिमरी प्रखंड के लोगों की पैरों तले जमीन तब खिसकी गई. जब उन्हें ये खबर लगी कि उनकी बचाई हुई एक-एक पाई को बैंक कर्मियों ने ही गबन कर लिया है.
खबर इलाके में आग की तरह फैल गई. फिर क्या था एक-एक हजारों लोग आशा पड़री स्थिति दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक पहुंच गए और बारी-बारी से ग्राहक अपना पास बुक अपडेट कराने लगे. पास बुक पर केवल बैंक और ग्राहकों के अटूट विश्वास को तार-तार कर गाढ़ी कमाई की बचत की लूट ली गई तस्वीरें ही दिख रही थी. लोगों को अब यह समझ में नहीं आ रहा है करें तो क्या करें.
नहीं डूबेगा किसी का पैसा
हंगामा और शोर गुल को देखते हुए जांच के लिए पहुंचे दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधन ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. किसी भी ग्राहक का एक भी पैसा नहीं डूबेगा. सभी को पैसे दिए जाएंगे.
‘’किसी भी कीमत पर विश्वास टूटने नहीं दिया जाएगा. हम अपने ग्राहकों की गाढ़ी कमाई और पाई-पाई की हिफाजत करते हुए फर्जीवाड़े का शिकार उपभोक्ताओं का एक-एक पैसा लौटाएंगे.''-आनंद ओझा, एलडीएम, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
जांच के दौरान एलडीएम ने कहा फर्जीवाड़े में शाखा के तत्कालीन प्रबंधक रवि रंजन हीं नहीं बैंक से जुड़े कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं. जिनका हम पता लगा रहे हैं. जांच के दौरान दोषी किसी भी कर्मी और अधिकारियों छोड़ा नहीं जाएगा. बताया जा रहा है कि गबन की राशि तीन से पांच करोड़ तक हो सकती है. वैसे जांच के बाद ही असली रकम का खुलासा हो पाएगा. फिलहाल फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद तत्कालीन शाखा प्रबंधक रवि रंजन को शाखा से हटाते हुए धर्मेन्द्र कुमार को शाखा प्रबंधक के रूप में पदस्थापित किया गया है.
आधार से लिंक नहीं हैं कई खाते
जांच से जुड़े लोगों ने बताया कि ऐसे अनेक खाता हैं जिनका अबतक आधार से लिंक नहीं हुआ है. जांच दल ने जब कई उपभोक्ताओं से पूछा तो लोगों ने बताया कि महीनों पहले ही बैंक में आधार कार्ड की फोटो कॉपी जमा करा दी गई है. बैंक से जांच के दौरान जगह-जगह बिखरे कई आधार कार्ड की फोटो कॉपी भी बरामद की गई है. जिसके बाद माना जा रहा है कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक की लापरवाही की वजह से खातों को आधार से नहीं जोड़ा गया है.
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फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपी फरा
दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के एलडीएम के अलावे क्षेत्रीय प्रबंधक विकास वैभव भी जांच को पहुंचे. उन्होंने बताया कि जांच के बाद किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा. ग्राहकों को एक-एक पैसा लौटाया जाएगा. फर्जीवाड़े का मुख्य आरोपी रवि रंजन अब भी फरार है. जिनकी तलाश बैंक कर्मी और पुलिस कर्मी कर रहे हैं.
अब कैसे होगी बेटी की शादी
जानकारी के मुताबिक बैंक में इलाके के किसान, गरीब, मजदूर और बेसहारा महिलाओं के ज्यादातर खाते हैं. जिन्होंने एक-एक पाई पैसे किसी तरह के बचाकर बैंक में जमा किए हैं. पहले लॉकडाउन की वजह से गरीबों की हालत खराब है तो अब बैंक में फर्जीवाड़े की खबर से लोग एकदम से परेशान हो गए हैं. बैंक पहुंचे लोगों ने बताया कि कई लोग बेटी की शादी के लिए बैंक में पैसे जमा किए हैं तो कई लोग मकान और बच्चों की पढ़ाई के लिए.