बक्सर: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को तीन साल तीन महीने बाद झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है. भाकपा माले के विधायक अजित कुमार सिंह ने कहा कि, "राजद सुप्रीमो को जमानत मिलने के बाद एनडीए के नेता मीडिया से बात करने से परहेज कर रहे हैं. वहीं, महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है. महागठबंधन के नेताओं की मानें तो जल्द ही बिहार में सत्ता परिवर्तन होगा."
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"लालू प्रसाद यादव देश के सबसे बड़े मास लीडर हैं. उनका नाम सुनते ही बीजेपी एवं जदयू नेताओं की बेचैनी बढ़ जाती है. लालू प्रसाद यादव को जमानत मिलने की सूचना मात्र से ही एनडीए के कई बड़े नेताओं की नींद उड़ गई है. उनका गला सूखने लगता है. क्योंकि वे जानते हैं कि बिहार में सत्ता परिवर्तन होने में अब देर नहीं लगेगी."- अजित कुमार सिंह, विधायक, भाकपा माले
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साजिश के तहत भेजा गया था जेल
विधायक ने कहा कि राजद सुप्रीमो को साजिश के तहत फंसाकर तीन साल तीन महीना जेल में रखा गया. एक ही मामले में पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा समेत कई लोगों को जमानत दे दी गई. जबकि लालू प्रसाद यादव को जेल में रखा गया.
उन्होंने कहा कि शुरू से ही विपक्ष के नेता न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे थे. लालू की जमानत खुशी की बात है. अंततः सत्य की जीत हुई. हमारे नेता लालू प्रसाद यादव जेल से बाहर आ रहे हैं. इससे महागठबंधन की शक्ति चार गुना बढ़ जाएगी. बिहार में एक बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा.