बक्सर : कोरोना काल में आर्थिक मंदी के कारण इस बार की होली में बाजारों का रंग बदरंग दिखाई दे रहा है. बाजारों में रंग बिरंगे कार्टन वाली पिचकारियों की दुकानें सज गई है. लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण लोगों ने पिचकारी एवं गीले रंगों से दूरी बना ली है. जिससे दुकानदारों को फंसी पूंजी निकालने की चिंता सताने लगी है.
क्या कहते हैं स्थानीय दुकानदार?
शहर के वीर कुंवर सिंह चौक पर पिचकारी एवं मुखौटा बेचने वाले स्थानीय दुकानदार राजा कुमार ने बताया कि पिछले 2 दशक से इस चौक पर पिचकारी एवं मुखौटा होली में बेचकर पूरे परिवार के लिए एक साल के भोजन की व्यवस्था हो जाता था. एक सप्ताह पहले से ही लोग खरीददारी करना शुरू कर देते थे. लेकिन इस बार किसी के पास ना तो पैसा है और ना ही लोगों में उत्साह दिखाई दे रहा है. यदि इन पिचकारियों की बिक्री नहीं हुई तो परिवार के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी.
‘’22 मार्च को जब जनता कर्फ्यू की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि महीनों तक लोग घरों में ही कैद हो जाएंगे .भूख से बिलखते बच्चों एवं दवा के अभाव में बीमार मां- बाप के इलाज के लिए लोगों ने अपने घर, जमीन तक को बेच डाला. अब किसी के पास पैसा ही नहीं है कि वह किसी भी त्योहार को सेलिब्रेट करें.''-गोपाल त्रिवेदी, स्थानीय
‘’गहना-जेवर बेचकर लॉकडाउन में किसी तरह से गुजारा हुआ है. अभी लोग अपने पैरों पर खड़ा भी नहीं हुए कि जिले में फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है. सरकार कब क्या करेगी यह कोई नहीं जानता है. जब लोगों के पास पैसा ही नहीं है तो वह बाजार जाकर क्या करेंगे. सरकारी नौकरी वालों को छोड़ दिया जाए तो, बाकी परिवारों की स्थिति एक जैसी है.''- माधुरी पांडेय, स्थानीय
कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन सख्त
कोरोना संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी काफी सख्त दिखाई दे रहे हैं. होली को लेकर गाइडलाइन जारी करते हुए जिला अधिकारी ने सार्वजनिक होली मिलन समारोह एवं अन्य कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है. शहर के प्रत्येक चौक-चौराहों पर सख्ती के साथ मास्क चेक किया जा रहा है. जिसके कारण हर कोई बाजार जाने से बचते दिखाई दे रहे हैं. गौरतलब है कि रंग बिरंगे पिचकारी एवं मुखौटा से पूरा बाजार पट गया है लेकिन महंगाई की मार एवं आर्थिक मंदी के कारण लोगों ने पिचकारी एवं रंगों से दूरी बना ली है. जिसके कारण शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.