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बक्सर सदर अस्पताल में पीपीपी मोड में शुरू हुई सिटी स्कैन सेवा

बक्सर सदर अस्पताल में पीपीपी मोड में सिटी स्कैन सेवा की शुरुआत की गई है. जिलाधिकारी अमन समीर ने इसका उद्घाटन किया. पढे़ं पूरी खबर..

सिटी स्कैन सेवा की शुरूआत
बक्सर सदर अस्पताल
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Published : Dec 17, 2021, 11:07 AM IST

Updated : Dec 17, 2021, 11:32 AM IST

बक्सर: बिहार के बक्सर में कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. इस कड़ी में बक्सर सदर अस्पताल (Buxar Sadar Hospital) में पीपीपी मोड में सिटी स्कैन सेवा की शुरुआत की गई है. सिटी स्कैन सेवा के उद्घाटन के बाद जिलाधिकारी अमन समीर (DM Aman Sameer) ने स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया.

ये भी पढ़ें:'बिना मास्क लगाए पहुंचे बक्सर सदर अस्पताल, तो भरना पड़ेगा जुर्माना'

अस्पताल में आने वाले मरीजों की सहूलियत के लिए अस्पताल में चारों तरफ जांच शुल्क को हिंदी और अंग्रेजी में डिस्प्ले किया जाए. जिससे कि मरीजों को जानकारी मिल सके कि किस जांच के लिए कितनी राशि का भुगतान करना है. जिलाधिकारी ने कहा कि साथ ही यह सेवा आगे चलकर बंद न हो जाये इस बात का भी ध्यान रहे और अस्पताल प्रशासन के अधिकारी भी इस पर नजर रखे कि किसी भी मरीज से इस संस्था के द्वारा अधिक पैसा तो नहीं लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सिटी स्कैन जांच के लिए जो शुल्क निर्धारित किया गया है। उससे भी कम शुल्क में अस्पताल में आने वाले मरीजों का जांच होगा. जिसकी रिपोर्ट 24 घण्टे के अंदर मरीजों को मिल जाएगा.- अमन समीर, जिलाधिकारी

देखें वीडियो

गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन और सिटी स्कैन की कमी के कारण जिलेवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. अब एक बार फिर से ओमिक्रोन की आहट को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है.

जिले के सदर अस्पताल में प्रधानमंत्री केयर फंड से 1000 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट, जबकि एसजेवीएन पावर प्लांट के द्वारा 500 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट लगवाया गया है. वहीं डुमराव अनुमंडलीय अस्पताल में भी 500 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट लगकर तैयार है. जिससे दोनों अनुमंडल में 250 बेड़ कवर्ड होगा. अब सरकारी अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है.

आपको बता दें कि पीपीपी मोड का अर्थ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप है. यानि की यह व्यवस्था सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के मध्य एक सहकारी व्यवस्था है. जो दीर्घकालिक होती है. इसके माध्यम से सरकार अपनी योजनाओं को पूरा करती है.

ये भी पढ़ें:वेंटिलेटर पर सांसे गिन रहा सरकारी अस्पताल, एंटी रेबिज इंजेक्शन तक नहीं है उपलब्ध

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बक्सर: बिहार के बक्सर में कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. इस कड़ी में बक्सर सदर अस्पताल (Buxar Sadar Hospital) में पीपीपी मोड में सिटी स्कैन सेवा की शुरुआत की गई है. सिटी स्कैन सेवा के उद्घाटन के बाद जिलाधिकारी अमन समीर (DM Aman Sameer) ने स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया.

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अस्पताल में आने वाले मरीजों की सहूलियत के लिए अस्पताल में चारों तरफ जांच शुल्क को हिंदी और अंग्रेजी में डिस्प्ले किया जाए. जिससे कि मरीजों को जानकारी मिल सके कि किस जांच के लिए कितनी राशि का भुगतान करना है. जिलाधिकारी ने कहा कि साथ ही यह सेवा आगे चलकर बंद न हो जाये इस बात का भी ध्यान रहे और अस्पताल प्रशासन के अधिकारी भी इस पर नजर रखे कि किसी भी मरीज से इस संस्था के द्वारा अधिक पैसा तो नहीं लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सिटी स्कैन जांच के लिए जो शुल्क निर्धारित किया गया है। उससे भी कम शुल्क में अस्पताल में आने वाले मरीजों का जांच होगा. जिसकी रिपोर्ट 24 घण्टे के अंदर मरीजों को मिल जाएगा.- अमन समीर, जिलाधिकारी

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गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन और सिटी स्कैन की कमी के कारण जिलेवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. अब एक बार फिर से ओमिक्रोन की आहट को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है.

जिले के सदर अस्पताल में प्रधानमंत्री केयर फंड से 1000 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट, जबकि एसजेवीएन पावर प्लांट के द्वारा 500 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट लगवाया गया है. वहीं डुमराव अनुमंडलीय अस्पताल में भी 500 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट लगकर तैयार है. जिससे दोनों अनुमंडल में 250 बेड़ कवर्ड होगा. अब सरकारी अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा है.

आपको बता दें कि पीपीपी मोड का अर्थ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप है. यानि की यह व्यवस्था सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के मध्य एक सहकारी व्यवस्था है. जो दीर्घकालिक होती है. इसके माध्यम से सरकार अपनी योजनाओं को पूरा करती है.

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Last Updated : Dec 17, 2021, 11:32 AM IST
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