बक्सर: बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद बक्सर जिला में सियासी समीकरण बदलने लगा है. एनडीए गठबंधन के नेताओं को महागठबंधन के नेता भाने लगे हैं.
2020 के विधानसभा चुनाव में बक्सर जिला के चारों विधानसभा सीट से एनडीए नेताओं का सफाया होने के बाद भले ही बीजेपी के नेता सामने नहीं आ रहे हों, लेकिन जदयू के नेता महागठबंधन के नेताओं द्वारा दिए जा रहे भोज में शामिल होकर भोजन का खूब आनंद उठा रहे हैं. इससे बीजेपी की परेशानी बढ़ गई है.
पंचकोशी यात्रा के मौके पर दिया था लिट्टी-चोखा भोज
2020 के विधानसभा चुनाव में दूसरी बार मिली जीत के बाद सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने पंचकोशी यात्रा के मौके पर लिट्टी-चोखा का भोज दिया था. इसमें शामिल होकर जदयू के नेताओं ने खूब आनंद उठाया.
"जब मित्र भोज देता है तो उसका स्वाद बदल जाता है और बात जब लिट्टी-चोखा की हो तो फिर उसका क्या कहना. यह तो लाजवाब होता है. इसलिए इसे सियासत के चश्मे से नहीं मित्र के चश्मे से देखने की जरूरत है. यह पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर है."- संजय सिंह, प्रदेश महामंत्री, जदयू
"इस बार के चुनाव में मिली जीत के बाद पहली बार पंचकोशी यात्रा के मौके पर भोज का आयोजन मेरे तरफ से किया गया है. पंचकोशी यात्रा की परंपरा त्रेता युग से चली आ रही है. राजनीतिक पार्टियों में लिटी-चोखा भोज की परंपरा की शुरुआत मेरे द्वारा की गई है."- संजय तिवारी, विधायक, कांग्रेस
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही बक्सर जिला के सियासी समीकरण बदलते दिखाई दे रहे हैं. एनडीए के कई नेता महागठबंधन के नेताओं के साथ दिखाई दे रहे हैं, जिससे महागठबंधन के नेता काफी उत्साहित हैं.