बक्सर: 12 जून को राजधानी पटना में होने वाले महागठबंधन की बैठक को लेकर महागठबंधन के नेताओं में काफी उत्साह है. एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने विपक्ष के नेताओं के होने वाली बैठक को लेकर कहा कि, बैठक के नाम से ही बीजेपी के नेताओं में घबराहट हो गई है. यह देश के असली राष्ट्रभक्त नहीं बल्कि छद्म राष्ट्र भक्त हैं.
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छद्म राष्ट्रभक्तों को उखाड़ फेकेंगे लालू-नीतीश: शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार के दो सामाजिक न्याय के पुरोधा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इस देश से छद्म राष्ट्र भक्तों को उखाड़ फेंकने का संकल्प ले लिया है. इसकी शुरुआत 12 जून को पटना से हो जाएगी. बिहार परिवर्तन की धरती है. जब-जब इस देश में परिवर्तन आया है. उसकी शुरुआत बिहार की इसी धरती से हुई है. इस बार नकली राष्ट्र भक्तों का देश से सफाया हो जाएगा और दिल्ली की कुर्सी पर सामाजिक न्याय लड़ने वाले महागठबंधन का एक नेता बैठकर इस देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभाएगा.
"जब देश के सच्चे राष्ट्र भक्तों में घबराहट थी. समाजवादी विचारधारा के लोग घबराए हुए थे. तब बिहार के दो नेता एक विकासवादी नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सामजिक न्याय के पुरोधा लालू यादव ने आपस में मिले और लोगों में उम्मीद जगी है. क्योंकि बिहार हमेशा से परिवर्तन की धरती रही है. इतिहास साक्षी है. अब ये छद्म राष्ट्र भक्तों की उल्टी गिनती शुरू है" - प्रोफेसर चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री
विरोध करने वाले शिक्षकों को नियम व नियमावली पता नहीं: बताते चलें कि बिहार विधानसभा के विरासत समिति के सदस्यों में बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर भी शामिल हैं, जो टीम के साथ जिला अतिथि गृह में पहुंचे हुए थे. यहां मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार के सड़कों पर वही शिक्षक सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे हैं, जिनको ना तो नियम पता है और ना ही नियमावली.