बक्सरः 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी और बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह आमने-सामने नजर आ रहे हैं. विधानसभा चुनाव से पहले ही दोनों नेताओं का एक दूसरे पर व्यक्तिगत हमला शुरू हो चुका है. संजय तिवारी के जरिए बार-बार दी जा रही चुनौतियों का जवाब देते हुए राणा प्रताप सिंह ने कहा कि इस तरह की चुनौती सिर्फ एक अपराधी ही दे सकता है, नेता नहीं. उन्होंने कहा कि संजय तिवारी हार के डर से अपराधियों की भाषा बोल रहे हैं.
मुन्ना तिवारी को जवाब
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से ही राजनेताओं के ऊपर चुनावी रंग चढ़ गया है. कांग्रेस सदर विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी और आरजेडी नेताओं के जरिए बीजेपी पर हमला किए जाने के बाद, अब बीजेपी नेताओं ने भी जवाब देना शुरू कर दिया है.
'अपराधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी जनता'
बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने कहा कि बक्सर सदर कांग्रेस विधायक जिस तरह की भाषा बोल रहे हैं, वह अपराधियों की भाषा है. बक्सर की जनता अपराधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी. इस विश्वामित्र की पावन नगरी में रामायण काल में भी अहंकारियों का अंत हुआ है. आज भी अहंकारियों का अंत हो रहा है. राणा प्रताप सिंह ने कहा कि सदर विधायक के बयान से यह साफ हो गया है, कि हार के डर से वह बौखलाहट में कुछ भी बोल रहे हैं.
क्या बोले थे कांग्रेस विधायक संजय तिवारी
बता दें कि कि बक्सर सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा था कि बीजेपी के पास ऐसा एक भी नेता नहीं है, जो बक्सर सदर सीट पर मुन्ना तिवारी को हरा सके. मुन्ना तिवारी के इस बयान के बाद भी बीजेपी के नेताओं ने चुप्पी साध रखी थी. लेकिन जैसे ही प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें जवाब देने की खुली छूट दी. उन्होंने मुन्ना तिवारी पर जवाबी हमला करना शुरू कर दिया. उसके बाद बक्सर की सियासी सरगर्मी फिर से बढ़ने लगी और अब बीजेपी कांग्रेस विधायक पर हमलावर हो गई है.
2015 में हुई थी महागठबंधन की जीत
गौरतलब है कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बक्सर जिला के चारों सीट पर महागठबंधन के नेताओं को जीत मिली थी. बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाले बक्सर विधानसभा सीट पर भी बीजेपी हार गई थी. नीतीश कुमार के बीजेपी में आने के बाद, यह कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी बक्सर जिला में 2020 के चुनाव में फिर से वापसी करेगी.