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BJP का बड़ा आरोप- शराबंबदी ने किशोरों के हाथों में थमाया हथियार, JDU ने किया पलटवार

बीजेपी की जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने शराबबंदी की सफलता पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा शराबबंदी कानून पर पुनः मंथन करने की जरूरत है. पेशेवर शराब तस्कर नाबालिगों के हाथ में रिवाल्वर, बाइक देकर उन्हें अपराधी बना रहे हैं. युवा पीढ़ी के भविष्य खिलवाड़ से हो रहा है. बीजेपी जिलाध्यक्ष के इस बयान के बाद जदयू के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने पलटवार किया. पढ़ें ये खबर.

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Published : Jan 10, 2022, 10:17 AM IST

Updated : Jan 10, 2022, 10:35 AM IST

बक्सर: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लागू होने के बाद भी शराब तस्कर धड़ल्ले से अपना अवैध कारोबार चला रहे हैं. आये दिन जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से शराब तस्करों की गिरफ्तारी हो रही है. एनडीए के सहयोगी पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) एवं बीजेपी के नेता बिहार में शराबबंदी की सफलता (success of prohibition in Bihar) पर सवाल उठा रहे हैं. बीजेपी नेताओं की मानें तो इस कारोबार से जुड़ने वालों की संख्या बढ़ते ही जा रही है. पेशेवर शराब तस्कर युवा पीढ़ी के हाथो में रिवाल्वर और बाइक देकर उन्हें अपराधी बना रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बक्सर में यूरिया संकट: खाद की किल्लत और कालाबाजारी से किसान परेशान, अधिकारी भी काट रहे कन्नी

जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से प्रतिदिन पकड़ी जा रही शराब की खेप पर बीजेपी जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने कहा कि जिस मकसद से प्रदेश में शराबबंदी की गई थी वह पूरा नहीं हुआ. आज की युवा और नाबालिग पढ़ाई छोड़कर इस कारोबार से जुड़ गए हैं. इससे युवा पीढ़ी का भविष्य खराब हो रहा है. शराबबंदी कानून लागू करने से पहले अगर इसको चरणबद्ध तरीके से बंद किया गया होता तो आज यह हालात नहीं होते.

देखें वीडियो

शराबबंदी कानून पर पक्ष-विपक्ष के नेताओं द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर जदयू पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आज जो लोग शराबबंदी कानून पर सवाल उठा रहे हैं, वे भूल गए है कि जब विधानमंडल के दोनों सदनों से इस कानून को पास किया गया था. उनके नेता ने भी सदन में हाथ उठाकर इस कानून का समर्थन किया था. आज जो लोग भी इस तरह के बयान दे रहे हैं, वह 2016 से पहले की स्थिति को भूल गए हैं. केंद्र सरकार के आंकड़े यह बता रहे हैं कि बिहार में महिला हिंसा एवं सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है. जो लोग इस तरह के बयान दे रहे हैं, उन्हें अपने मन के भटकाव पर नियंत्रण करना चाहिए. शराब अच्छी चीज नहीं है.

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) ने बैठक के दौरान प्रशासनिक अधिकारियो को संख्त लहजे में कहा था कि बड़े-बड़े शराब माफियाओं पर अधिकारी करवाई करें. उसके बाद भी अधिकारी गम्भीर नहीं दिखाई दे रहे हैं. यही कारण है कि शराब तस्करों का मनोबल सातवें आसमान पर है.

ये भी पढ़ें: बक्सर में BJP का बड़ा आरोप- लाल बहादुर शास्त्री की हत्या के बाद अब PM मोदी को मरवाना चाहती है कांग्रेस

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बक्सर: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लागू होने के बाद भी शराब तस्कर धड़ल्ले से अपना अवैध कारोबार चला रहे हैं. आये दिन जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से शराब तस्करों की गिरफ्तारी हो रही है. एनडीए के सहयोगी पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) एवं बीजेपी के नेता बिहार में शराबबंदी की सफलता (success of prohibition in Bihar) पर सवाल उठा रहे हैं. बीजेपी नेताओं की मानें तो इस कारोबार से जुड़ने वालों की संख्या बढ़ते ही जा रही है. पेशेवर शराब तस्कर युवा पीढ़ी के हाथो में रिवाल्वर और बाइक देकर उन्हें अपराधी बना रहे हैं.

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जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से प्रतिदिन पकड़ी जा रही शराब की खेप पर बीजेपी जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने कहा कि जिस मकसद से प्रदेश में शराबबंदी की गई थी वह पूरा नहीं हुआ. आज की युवा और नाबालिग पढ़ाई छोड़कर इस कारोबार से जुड़ गए हैं. इससे युवा पीढ़ी का भविष्य खराब हो रहा है. शराबबंदी कानून लागू करने से पहले अगर इसको चरणबद्ध तरीके से बंद किया गया होता तो आज यह हालात नहीं होते.

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शराबबंदी कानून पर पक्ष-विपक्ष के नेताओं द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर जदयू पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आज जो लोग शराबबंदी कानून पर सवाल उठा रहे हैं, वे भूल गए है कि जब विधानमंडल के दोनों सदनों से इस कानून को पास किया गया था. उनके नेता ने भी सदन में हाथ उठाकर इस कानून का समर्थन किया था. आज जो लोग भी इस तरह के बयान दे रहे हैं, वह 2016 से पहले की स्थिति को भूल गए हैं. केंद्र सरकार के आंकड़े यह बता रहे हैं कि बिहार में महिला हिंसा एवं सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है. जो लोग इस तरह के बयान दे रहे हैं, उन्हें अपने मन के भटकाव पर नियंत्रण करना चाहिए. शराब अच्छी चीज नहीं है.

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) ने बैठक के दौरान प्रशासनिक अधिकारियो को संख्त लहजे में कहा था कि बड़े-बड़े शराब माफियाओं पर अधिकारी करवाई करें. उसके बाद भी अधिकारी गम्भीर नहीं दिखाई दे रहे हैं. यही कारण है कि शराब तस्करों का मनोबल सातवें आसमान पर है.

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Last Updated : Jan 10, 2022, 10:35 AM IST
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