बक्सर: पूर्व बीजेपी विधायक स्वर्गीय राम नारायण राम (Ram Narayan Ram) की रहस्यमयी पत्नी गीता देवी को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. बीजेपी जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने कांग्रेस विधायक पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा से फर्जी पेंशन निकासी मामले (Pension Scam In Buxar) में कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम (Congress MLA Vishwanath Ram) को इस्तीफा देना चाहिए. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि इस मामले में तो बीजेपी को ही सफाई देने की जरूरत है.
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भारतीय जनता पार्टी के 202 राजपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे स्वर्गीय राम नारायण राम की पत्नी बनकर साल 2016 से ही फर्जी पेंशन की निकासी करने वाली रहस्यमयी गीता देवी को लेकर बयानबाजी जारी है. बीजेपी के नेताओ ने स्वर्गीय राम नारायण राम के दत्तक पुत्र व वर्तमान कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम से इस्तीफे की मांग की है. जिसके बाद कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम के बचाव में पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत कई नेता मैदान में उतर गए हैं.
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हाल ही में आरटीआई के माध्यम से यह खुलासा हुआ है कि साल 1985 से 1995 तक जिले के 202 राजपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक रहे स्वर्गीय रामनरायण राम की पत्नी बनकर साल 2016 से ही गीता देवी नामक कोई रहस्यमयी महिला 46 हजार 500 रुपये पेंशन उठा रही है. मीडिया में यह खबर जैसे ही प्रकाशित हुई सियासी गलियारे में हलचल मच गई.
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ईटीवी भारत को मिले दस्तावेज के आधार पर जब ईटीवी भारत की टीम बीजेपी के पूर्व विधायक स्वर्गीय राम नारायण राम के पैतृक गांव सोनापा पहुंची, तो उनको जानने वाले लोगों ने बताया कि स्वर्गीय राम नारायण राम की 2 पत्नी थी. उनकी पहली शादी खीरी गांव मे जबकि दूसरी बार शादी सुजातपुर में हुई थी. लेकिन उसमें से कोई भी पत्नी जीवित नहीं है, और ना ही किसी का नाम गीता था. उस परिवार में केवल एक गीता नाम की महिला है. जो वर्तमान कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम की पत्नी और स्वर्गीय राम नारायण राम की दत्तक पुत्रवधु है.
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कांग्रेस के जिलाध्यक्ष समेत पार्टी के कई नेता कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम के बचाव में उतर गए हैं. जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने कहा कि कांग्रेस के नहीं बल्कि बीजेपी के पूर्व विधायक स्वर्गीय राम नारायण राम नेता थे, तो बोजेपी नेताओं को ही इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए.
"पार्टी के नेता और पत्रकार ना मीडिया ट्रायल न करें. जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी होगा. इसके लिए कांग्रेस विधायक इस्तीफा नहीं देंगे. पेंशन घोटाले में शामिल गीता देवी के फोटो को सरकार सार्वजनिक करे."- तथागत हर्षवर्धन, जिलाध्यक्ष,कांग्रेस
इस प्रकरण में कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम की पत्नी का नाम आने के बाद कांग्रेस विधायक ने आरटीआई से प्राप्त उस दस्तावेज को चुनौती देते हुए कहा था कि 'जो भी गड़बड़ी हुई है, वह विधानसभा की ओर से हुई है. मेरी पत्नी के खाते में कोई पेंशन का पैसा नहीं आया है. कुछ लोग मेरी राजनीतिक छवि को खराब करने एवं मेरा नाम लेकर अपना नाम चमकाने में लगे हुये हैं. यदि यह साबित हो गया कि मेरी पत्नी के खाते में पैसा आया है, तो राजनीति से सन्यास ले लूंगा. बिना तथ्य के जो लोग, मेरी छवि को खराब कर रहे हैं, उनपर मानहानि और हरिजन एक्ट में केस करूंगा.'
फर्जी पेंशन निकासी मामले को लेकर बीजेपी के नेताओ ने कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम से इस्तीफे की मांग की है. बीजेपी जिलाध्यक्ष माधुरी कुंवर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक रहे स्वर्गीय राम नारायण राम, पटना कमिश्नरी में बीजेपी के सिंबल पर चुनाव जीतने वाले उस दौर के इकलौता विधायक थे. लेकिन चंद पैसों के लालच में उनके अपनो ने जो कुकृत्य किया है, वह निंदनीय है.
"कांग्रेस विधायक पहले इस्तीफा दे या फिर कांग्रेस ऐसे लोगों को पार्टी से बर्खास्त करे. सभी लोग यह बात जानते हैं कि स्वर्गीय राम नारायण राम की पहली शादी खीरी गांव में हुई थी और उनकी दूसरी शादी सुजातपुर में हुई थी. दोनों पत्नी का निधन बहुत पहले ही हो गया है, तो आखिर रहस्यमय तीसरी पत्नी कहां से आ गई. जबकि उस पूरे परिवार में विश्वनाथ राम की पत्नी को छोड़कर गीता देवी नाम की कोई महिला नहीं है, जिनकी एक बेटी भी है."- माधुरी कुंवर, जिलाध्यक्ष, बीजेपी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिस विधायक की फर्जी पत्नी बनकर गीता देवी नामक महिला के द्वारा पेंशन उठाया जा रहा है, वह बीजेपी का विधायक है, इसलिए बेहतर होता कि हमारी पार्टी के विधायक से इस्तीफा मांगने की बजाए बीजेपी के नेता खुद ही इसका जवाब देते. स्वर्गीय राम नारायण राम बीजेपी के नेता थे. बीजेपी को जवाब देना चाहिए कि राम नारायण राम की तीसरी पत्नी जो जीवित है, कहां से पैदा हो गई. जब तक इस मामले की जांच नहीं हो जाती है, तब तक यह कहना कि विधानसभा से फर्जी पेंशन विश्वनाथ राम के पत्नी के द्वारा उठाया जा रहा है, यह पूर्ण रूप से गलत है.
गौरतलब है कि दिवंगत राम नारायण राम की पत्नी बनकर पेंशन उठाने वाली गीता देवी नाम की महिला को लेकर पूरे जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है. कोई इस पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड वर्तमान कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम और उनकी पत्नी गीता देवी को बता रहा है, तो कोई अधिकारियों से इस पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग कर रहा है. देखने वाली बात यह होगी कि सरकार उस गीता देवी को खोज निकालती है या फिर मामले को ऐसे ही छोड़ दिया जाता है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता दिवंगत रामनारायण राम पहले शिक्षक थे. जिसके बाद उन्होंने 1977 में शिक्षक की नौकरी छोड़ दी और जनसंघ से अपना नाता जोड़ लिया. तब वह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के कहने पर जनसंघ से जुड़े. इसके बाद 1985 से लेकर 1995 तक लगातार 10 वर्षों तक 202 राजपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सिंबल पर विधायक चुने गए. जनसंघ से जुड़ने के बाद पहली बार 1985 में जब वह राजपुर विधानसभा से विधायक चुने गए, तो पटना कमिश्नरी में बीजेपी के सिंबल पर चुनाव जीतने वाले वह इकलौता विधायक थे.