बक्सर: भले ही लालू प्रसाद यादव की बिहार की राजनीति में प्रत्यक्ष सक्रियता दिखाई नहीं देती है लेकिन बिना उनके बिहार की राजनीति अधूरी सी दिखती है. उनसे जुड़ी हर खबर बिहार में सुर्खियों में रहती है. ऐसे में जब राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव किडनी ट्रांसप्लांट के बाद स्वस्थ होकर पटना आ रहे हैं तो बिहार की राजनीति में हलचलें तेज हो गई हैं. लालू के पटना आगमन को लेकर महागठबंधन खुशियां मना रहा है तो वहीं बीजेपी एक बार फिर हमलावर है.
पढ़ें- Lalu Prasad Yadav: आज पटना आ रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, बढ़ी सियासी हलचल
लालू के पटना आगमन पर बीजेपी का तंज: केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लालू के पटना आगमन को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लालू यादव के आने या जाने से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. सूत्रों की मानें तो लालू डॉक्टरों से हरी झंडी मिलने के बाद दिल्ली से पटना आ रहे हैं. दोपहर लगभग 3 बजे लालू यादव पटना एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे.
"लालू तो जेल जाते हैं छूटते हैं, अस्पताल जातें हैं छूटते हैं, कोई फर्क नहीं पड़ता. उनका घर है तो आएंगे ही. उनके आने से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है."- अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय राज्यमंत्री
बिहार में सियासत तेज: नब्बे के दशक से बिहार की राजनीति के केंद्र में रहे लालू प्रसाद यादव के स्वागत के लिए पटना और राबड़ी आवास सजकर तैयार है. उनके स्वागत के लिए कई बड़े नेता एयरपोर्ट पर पहुचेंगे. इसी बीच बक्सर आये केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लालू प्रसाद यादव के पटना आने को लेकर चुटकी ली. महागठबंधन-2 के कार्यकाल में सीएम नीतीश अपने दिल्ली दौरे के दौरान लालू से मिलते थे और लालू की सलाह लेते थे. विपक्षी एकता को एकजुट करने की मुहिम से पहले भी लालू और नीतीश की मुलाकात हुई थी. ऐसे में माना जा रहा है कि जब लालू बिहार आ जाएंगे तो विपक्ष के हर वार का तगड़ा जवाब दिया जाएगा. अभी तक नीतीश कुमार के हर फैसले में तेजस्वी यादव को साथ देखा जाता रहा है. हाल ही में आनंद मोहन की रिहाई को भी कहीं न कहीं राजद से जोड़कर ही देखा जा रहा है क्योंकि आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद राजद के विधायक हैं. अब जगदानंद सिंह के राजपूत वोटरों को अपनी तरफ गोलबंद करने का एक मौका है.