बक्सरः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने जर्मनी स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में दीपावली की पूजा की. वह ब्राजील के क्यूरिटिबा शहर में आयोजित ब्रिक्स देशों के 9वें स्वास्थ्य मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेकर भारत लौट रहे थे, इसी दौरान उन्होंने जर्मनी के भारतीय दूतावास में दीपावली की पूजा अर्चना की.
अश्विनी कुमार चौबे ने विदेश में की पूजा
ब्रिक्स देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के सम्मेलन में बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे का देशी रूप नजर आया. भारत लौटने के क्रम में उन्होंने जर्मनी के भारतीय दूतावास में दीपावली की पूजा अर्चना की. चूंकि कल देश भर में दीपावली का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस बार भी दीपावली सेना के जवानों के साथ मना रहे थे. वहीं, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने विदेश में लक्ष्मी गणेश की पूजा के साथ पारंपरिक तरीके से दीपावली मनाई. उन्होंने जर्मनी स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में भारतीय संस्कृति और भारतीय परंपरा को व्यापकता दी.
सस्ती दवाइयां और स्वास्थ्य सेवाओं की दी जानकारी
इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री चौबे ने सस्ती दवाइयों को लेकर भारत सरकार के तरफ से उठाए गए कदमों से सदस्य देशों को अवगत कराया. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीवनरक्षक दवाइयों और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं पर मुख्य फोकस किया गया है. अश्विनी चौबे ने कहा कि जन औषधी और आयुष्मान भारत योजना भी एक महत्वपूर्ण कदम है. ब्रिक्स के अन्य सदस्य देश चीन, ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका ने भी भारत के प्रयासों की सराहना की.
तीन दिवसीय सम्मेलन में 5 मुद्दों पर हुई चर्चा
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ब्रिक्स देशों के नौवें स्वास्थ्य मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए बीते मंगलवार को ब्राजील पहुंचे थे. जहां तीन दिवसीय इस सम्मेलन में 5 मुद्दों पर चर्चा हुई. ब्राजील के क्यूरीटीबा शहर में हो रहे इस सम्मेलन में ब्रिक्स में शामिल ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े अफसर व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे.
इन मुद्दों पर हुई बातचीत...
- ब्रिक्स देशों के प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की स्थिति
- ह्यूमन मिल्क बैंक पर चल रहे कार्यों पर हुई चर्चा
- वैक्सीन के लिए हो रहे काम और वर्तमान चुनौतियां
- बीमारियों के लिए सस्ती दवाइयां और रिसर्च
- टीबी जैसी बीमारी पर चल रहे प्रयासों पर बातचीत