बक्सर: जिले के कई क्वारंटीन सेंटर पर खराब खाना देने की शिकायत कर प्रवासी श्रमिकों ने जमकर हंगामा किया. क्वारंटीन व्यक्ति के परिजनों से मिल रहे शिकायत के बाद ईटीवी भारत संवाददाता ने क्वारंटीन का जायजा लिया.
खराब भोजन मिलने की शिकायत
क्वारंटीन सेंटर पर आए दिन खराब खाना मिलने की शिकायत कर क्वारंटीन किये हुए लोग हंगामा कर रहे थे. इसके बाद ईटीवी भारत संवाददाता ने सबसे पहले ग्रामीण इलाके में बने क्वारंटीन सेंटर का जायजा लिया. जहां जिला प्रशासन के मेनू के अनुसार नहीं, क्वारंटीन प्रवासियों के डिमांड के अनुसार पंचायत के मुखिया भोजन बनवाकर दे रहे थे.
क्या कहते हैं प्रवासी और स्थानीय जन प्रतिनधि
जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत जगदीशपुर पंचायत के कुल्हड़िया गांव में बने क्वारंटीन सेंटर पर कुल 60 प्रवासी क्वारंटीन हैं. यहां रह रहे दीपक ने बताया कि पंचायत के मुखिया की तरफ से घर से भी बेहतर व्यवस्था किया गया है.
लोगों के पसंद का दिया जाता है खाना
पंचायत के मुखिया अनिल यादव ने कहा कि दाल, चावल, सब्जी, रोटी, जो इनकी इच्छा होती है, वहीं, बनता है, लेकिन परेशानी इस बात की है कि 2 टीम क्वारन्टीन होने के बाद अपने घर चली गई और यह तीसरी टीम है. लेकिन, आपदा विभाग या जिला प्रशासन की तरफ से कुछ भी सहयोग नहीं मिला है. अब तक जो खेतो में फसल उपज हुई थी. उसे बेचकर लोगों के लिए व्यवस्था कर रहा हूं. क्योकि यह परदेशी मेरे पंचायत के बेटा, बेटियां हैं.
बक्सर जिला में आने वाले प्रवासियों का सबसे पहले स्क्रीनिंग कर उन्हें औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत बिहार पब्लिक स्कूल में बने कैम्प में बस के माध्यम से भेज दिया जाता है. जहां उनका निबंध करने के बाद प्रशासन भोजन का पैकेट देकर उन्हें बस से उनके जिला मुख्यालय में भेज देती है. जबकि बक्सर वासियों को उनके प्रखंड एवं पंचायत में बने क्वारंटीन सेंटर में क्वारंटीन कर दिया जाता है. हलांकि बढ़ रहे प्रवासियों की संख्या को देखते हुए प्रत्येक दिन 2 दर्जन से अधिक नए क्वारंटीन सेंटर सरकारी विद्यालयों में बनाया जा रहा है.