बक्सर: पूरे देश में सावन मास का पहला सोमवार आज मनाया जा रहा है. लेकिन कोरोना संक्रमण के दस्तक के कारण भक्त शिव के दर्शन नहीं कर पाएंगे. कोरोना महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने कांवर यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है और साथ घरों में रहकर पूजा करने का निर्देश जारी किया है.
घरों में रहकर करें पूजा
कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने श्रावणी मेला पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस कप्तान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि श्रद्धालु को इस बार घरों में ही पूजा करना होगा.
कांवड़ यात्रियों पर प्रतिबंध
प्रत्येक वर्ष सावन मास में बिहार और उत्तर प्रदेश के लाखों श्रद्धालु बक्सर रामरेखा घाट से कांवड़ में जल उठाकर बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ के मंदिर में जलाभिषेक करते थे. लेकिन इस बार प्रशासन ने सभी गंगा घाटों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है, जिससे एक भी व्यक्ति कांवड़ में जल उठाकर न ले जा सके.
सभी बड़े मंदिर सावन माह में बन्द
कोरोना संक्रमण को देखते हुए ब्रह्मपुर का बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर, बक्सर का नाथ बाबा मंदिर, नौलखा मंदिर, रामेश्वरम मंदिर समेत तमाम बड़ी मंदिरों को सावन मास के पूरी अवधि में बंद रखने का निर्देश दिया गया है.
जानिए क्या कहते हैं जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान
जिले में लगने वाले श्रावणी मेला को लेकर जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस कप्तान उपेंद्र नाथ वर्मा ने कहा कि इस वर्ष सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे. यह निर्देश न्यास परिषद ने जारी किया है. उन्होंने कहा कि यदि एक वर्ष तक लोग संयम से काम ले और बेवजह बाहर न निकले तो, इस कोरोना संक्रमण महामारी पर विजय पाया जा सकता है. इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी श्रद्धालुओं से अपील किया है कि घरों में रहकर ही पूजा अर्चना करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ने वाले तमाम लोगों का सहयोग भी करें.