बक्सरः बिहार के बक्सर जिले के डुमरांव अनुमंडल के कोरानसराय थाना कैंपस में ही फांसी लगाकर एक आरोपी बुजुर्ग ने आत्महत्या कर ली. बुजुर्ग व्यक्ति को मारपीट के एक मामले (crime in buxar) में पुलिस हिरासत में लेकर थाना लाई थी और उसे कंप्यूटर रूम में बंद किया था. मृतक की पहचान कोपवा निवासी यमुना सिंह के रूप में हुई, एसपी नीरज कुमार सिंह (SP Neeraj Kumar Singh) ने मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस सदर अस्पताल लेकर गई है. मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई जाएगी, ताकि मामले की सही जांच हो सके.
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थानेदार की भूमिका की होगी जांचः पुलिस हिरासत में रखे गए व्यक्ति के आत्महत्या की जानकारी मिलते ही पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूलने गए. आनन-फानन में पंखे की कुंडी और गमछे के सहारे लटके व्यक्ति को उतार कर अस्पताल भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने सड़क जाम कर विरोध करना शुरू कर दिया है. एसपी नीरज कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली है वह तुरंत ही मौके पर रवाना हो रहे हैं. वहां पहुंचने के बाद यह जांच की जाएगी कि इस मामले में थानेदार की क्या भूमिका है और किन परिस्थितियों में उसे कंप्यूटर रुम में रखा गया?
एससी-एसटी एक्ट के तहत हुई थी गिरफ्तारीः जानकारी के मुताबिक कोपवां निवासी यमुना सिंह नामक 70 वर्षीय व्यक्ति को अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के(एससी-एसटी एक्ट) के तहत बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद उन्हें थाने के कंप्यूटर रूम में बैठाया गया था. दरअसल उनका अपने ही पड़ोसी से बच्चों के खेल-खेल में हुए झगड़े के कारण विवाद हुआ था. जिसके बाद उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. ऐसे में पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर कर थाने पर बैठाया था. रात में एकांत पाकर यमुना सिंह ने पंखे की कुंडी से अपने गमछे के सहारे फांसी लगा ली, जिससे कि उनकी मौत हो गई.
परिजनों ने किया सड़क जामः स्थानीय लोगों के मुताबिक मृतक ने ये कदम आत्मस्वाभिमान के ठेस पहुंचने के कारण उठाया क्योंकि वो गांव में काफी प्रतिष्ठित व्यक्ति थे और उन्हें यह बात बिल्कुल नागवार गुजरी कि उन्हें पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया. इस घटना के बाद मृतक के परिजन और अन्य ग्रामीण आक्रोशित हो गए और कोरान सराय डुमराव मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है. उनका कहना है कि वृद्ध की मृत्यु हिरासत में की गई मारपीट के कारण हो गई है. सुबह तकरीबन 8:45 बजे से लोग कोरानसराय-डुमरांव मार्ग को जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं.
थानेदार जुनैद आलम निलंबितः मृतक की जांच करने वाले सदर अस्पताल के डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि मौत की वजह क्या है, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा. जब कोरान सराय पुलिस उन्हें लेकर अस्पताल आई तो उनकी मौत हो चुकी थी. विभागीय सूत्रों की माने तो इस मामले में थानेदार जुनैद आलम को एसपी ने निलंबित कर दिया है. फिलहाल आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है. लोगों को बुजुर्ग के शव के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है. देखने वाली बात ये है कि एसपी द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम कब तक इस आत्महत्या के पीछे की सच्चाई बाहर ला पाती है.