बक्सर: जिले में अस्पताल आने वाले अतिकुपोषित बच्चों का शिलशिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 24 घण्टे के अंदर जिला के सदर अस्पताल एनआरसी सेंटर में 36 अतिकुपोषित बच्चे पहुंच गए हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में इससे हड़कंप मच गया है. एनआरसी सेंटर कर्मियों पर स्वास्थ्य विभाग ने बयान जारी करने पर प्रतिबंध लगाया है.
स्वास्थ्य विभाग ने बयान देने पर लगाया प्रतिबंध
सूबे के मुखिया नीतीश कुमार बिहार की तेजी से बढ़ रहे ग्रोथ रेट पर अपना पीठ थपथपाते हैं. बावजूद इसके आज भी बिहार अतिपिछड़े प्रदेशों की श्रेणी से बाहर नहीं निकल पाया है. बिहार के बक्सर जिला में 24 घण्टा के अंदर 36 अतिकुपोषित बच्चे मिलने से हड़कम्प मच गया है. आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एनआरसी सेंटर पर किसी भी तरह के बयान देने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
अधिकांश बच्चों की हालत गंभीर
एनआरसी सेंटर में इलाजरत बच्चों में अधिकांश बच्चे गम्भीर रूप से बीमार भी हैं. एनआरसी सेंटर में मौजूद परिजनों ने बताया कि बच्चों को काफी फीवर है. बच्चों के परिजनों के लिए खाने-पीने की व्यस्था भी की गई है. सेंटर में कुल 20 बेड हीं खाली होने के कारण सिर्फ 20 बच्चों को हीं भर्ती किया गया. बाकि बच्चों के लिए एक ग्रुप बनाया गया है, जिसमें सारे ब्लॉक्स के ऑफिसर हैं. बेड खाली होते हीं बच्चों की सूची ग्रुप में भेज दी जाएगी.
कहां से आए हैं कितने बच्चे:-
- ब्रह्मपुर प्रखंड से 10
- नावानगर प्रखंड से 8
- राजपुर प्रखंड से 2
- चौसा प्रखंड से 1
- इटाढ़ी प्रखंड से 1
- डुमराव प्रखंड से 5
- चौगाई प्रखंड से 7
- चक्की प्रखंड से 1 बच्चे हैं
एक ही दिन में एनआरसी सेंटर पर पहुँचे 36 बच्चों की पुष्टि करते हुए स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम डॉक्टर जावेद ने बताया कि एनआरसी सेंटर पर सभी का इलाज किया जा रहा है. एनआरसी सेंटर पर पर्याप्त मात्रा में बेड नही होने के कारण कुछ बच्चों को दूसरे जगह रखा गया है. जैसे हीं बेड खाली होगा बच्चों को यहां लाया जाएगा.