औरंगाबाद:औरंगाबाद में सदर प्रखंड के 15 पंचायतों के लिए शुक्रवार को होने वाले पंचायत चुनाव (Panchayat Election In Aurangabad ) को लेकर औरंगाबाद जिला प्रशासन पूरी तरह दृढसंकल्पित है. प्रथम चरण के मतदान की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है.
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चुनाव के मद्देनजर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल एवं एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने शहर के गेट स्कूल परिसर में पीठासीन पदाधिकारियों एवं पोलिंग पार्टी को मतदान केंद्रों के लिए रवाना करने से पूर्व प्रेस ब्रीफ़िंग की. प्रेस ब्रीफिंग करते हुए अधिकारियों ने मतदान के लिए योगदान देने से लेकर मतदान प्रक्रिया सम्पन्न होने तक की पूरी जानकारी विस्तारपूर्वक दी.
निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर पूरी तरह से प्रशासन मुस्तैद है. इस दौरान मतदानकर्मियों के सुरक्षा की भी जानकारी दी गई. साथ ही मतदान के दौरान की व्यवस्थाएं कैसी रहेंगी इन तमाम चीजों की जानकारी लोगों को दी गई.
"हमलोगों की पूरी तैयारी हो चुकी है. शरारती तत्वों पर खास नजर बनी रहेगी. किसी तरह का उपद्रव मचाने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी."- कांतेश कुमार मिश्रा, एसपी, औरंगाबाद
गौरतलब है कि सदर प्रखंड के 15 पंचायतों में कुल छह पदों के लिए मतदान कराए जाने है. इसके लिए कुल 227 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमे दस सहायक मतदान केंद्र शामिल हैं.चुनाव को शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए 10 जोनल, 8 सुपर जोनल, तीन कंट्रोल रूम बनाए गए हैं.
"हर बूथ पर हमारी फोर्स और पीठासीन पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. सीसीटीवी की भी व्यवस्था की गई है. 15 पंचायत में 60 सेक्टर लगाए गए हैं. हर पंचायत के लिए एक जोनल भी लगाया गया है. चुनाव के दौरान किसी प्रकार की समस्या नहीं आएगी." - सौरभ जोरवाल ,डीएम ,औरंगाबाद
औरंगाबाद जिले के डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि शांतिपूर्ण,निष्पक्ष तथा भयमुक्त चुनाव कराने को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. उन्होंने गेट स्कूल मैदान में पोलिंग पार्टी तथा सेक्टर मजिस्ट्रटों की संयुक्त ब्रीफिंग भी की और मतदान से जुड़े सभी कर्मियों को निर्बाध चुनाव कराने के कई टिप्स भी दिए.
औरंगाबाद जिले के 11 प्रखंडों में 10 चरणों में चुनाव कराने के लिए नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर स्टैटिक फोर्स की तैनाती की जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित मतदान शांतिपूर्ण करवाने के लिए लगातार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एरिया डोमिनेशन (Area Domination) कार्य किया जा रहा है.इसके अलावा नक्सलियों पर सुरक्षा बलों के साथ खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर है. अगर कोई भी प्रत्याशी नक्सली की मदद लेता है तो उसके खिलाफ भी निर्वाचन आयोग द्वारा एक्शन लिया जाएगा.
नोट: पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने वोटरों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800 3457 243 जारी किया है. इस नंबर पर चुनाव से जुड़े सुझाव व शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
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