औरंगाबादः जिले के नक्सल प्रभावित देव प्रखंड में रिंग रोड योजना के तहत 33 करोड़ की लागत से रिंग रोड सहित कुल 15 सड़को का निर्माण होना है. इसके तहत प्रखंड के सड़कों को सभी दिशाओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. वहीं, 10 किलोमीटर और 7 मीटर चौड़ी बनने वाली सड़क को कुम्हार बीघा अति नक्सल प्रभावित सुदी बीघा, पातालगंगा, देव बलसारा सहित कई मार्ग जोड़े जाएंगे. रिंग रोड बनने से नक्सल प्रभावित प्रशासनिक कार्यों में पुलिस को सहूलियत तो मिलेगी ही वहीं, नक्सलियों पर पकड़ बनाना भी आसान होगा.
कई बार की गई रिंग रोड की परिकल्पना
रिंग रोड को लेकर जब स्थानीय आलोक कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रेणु देवी जब यहा कि विधायक थी तो उस समय क्षेत्र रिंग रोड की परिकल्पना किया गया था. उसका प्रस्ताव बनाकर बिहार विधानसभा को प्रेसित भी किया गया था. उसके बाद भी कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और क्षेत्रीय सांसद की ओर से क्षेत्र में मेला और बिहार पर्यटक स्थल की दृष्टी से रिंग रोड की परिकल्पना की गई थी. उन्होंने कहा कि इसका पूरा डीपीआर बिहार सरकार के पास पड़ा हुआ है. लेकिन अभी तक इसपर कोई काम नहीं हो रहा है.
प्रस्ताव को सरकार ने दी मंजूरी
जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने बताया कि रिंग रोड का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है. सरकार से प्रस्ताव को मंजूरी भी मिल गई है. जिसके तहत 33 करोड़ 18 लाख लागत से रिंग रोड सड़क का निर्माण होगा. साथ ही ड्रेनेज सिस्टम कल्वर्ट भी बनाया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि रिंग रोड बनने से दो प्रमुख छठ मेला कार्तिक और चैत माह में देव पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं को भी सहूलियत होगी. बता दे कि बिते महापर्व छठ के दौरान यहां ज्यादा भीड़ होने के कारण भगदड़ मच गया था. जिसमें कुछ लोगों की मौत हो गई थी.