औरंगाबाद: बिहार (Bihar) में चूहों का आतंक जारी है. ताजा मामला औरंगाबाद जिले के फेसर रेलवे स्टेशन (phasar railway station) का है. जहां चूहों ने टिकट बुकिंग से जुड़े कंप्यूटरों के तारों को कई जगहों पर कुतर दिया है. जिसके चलते यहां पर यात्रियों को टिकट नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में यात्रियों को कहीं आने-जाने में मुश्किलें हो रही हैं या फिर उन्हें बेटिकट ही अपनी यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
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चूहे द्वारा कंप्यूटर के तार कुतर देने के बाद से फेसर रेलवे स्टेशन पर टिकट बुकिंग का कार्य बन्द है. क्योंकि यहां सिस्टम ऑन ही नहीं हो रहा है. यात्री ट्रेनों के नियत समय पर स्टेशन पहुंच रहे हैं और जब टिकट लेने काउंटर तक पहुंच रहे हैं तो उन्हें पता चल रहा है कि टिकट काउंटर से टिकट नहीं दिया जा रहा है. यात्री इसे स्टेशन प्रबंधन की घोर लापरवाही बता रहै हैं और वैकल्पिक व्यवस्था के तहत टिकट दिये जाने की मांग कर रहे हैं. यात्रियों ने कहा कि प्रबंधन की ओर से सिस्टम का रखरखाव सही तरीके से किया जाता तो ऐसी नौबत नहीं आती.
वहीं इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक से जब बात की गयी तो उन्होंने चूहों के द्वारा सिस्टम का तार काट दिये जाने की बात कही और बताया कि इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दे दी गयी है. उन्होंने कहा कि अल्पकालिक व्यवस्था के तहत पास के एएन रोड रेलवे स्टेशन और जाखिम रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने के लिये 10 मिनट तक ट्रेनों के ठहराव का प्रबंध किया गया है ताकि यात्री वहां से टिकट ले सकें. यात्रियों को वहां से टिकट उपलब्ध कराया जाएगा ताकि उन्हें यात्रा में कोई परेशानी नहीं हो.
बता दें कि बिहार में चूहे का ये खेल कोई पूराना नहीं है. इसी साल बाढ़ के दौरान मंत्री संजय झा ने कहा था कि "बांध पर चूहा और अन्य छोटे जानवर अपना घर बना लेते हैं. उसके कारण भी रिसाव हो सकता है. इससे इनकार नहीं किया जा सकता.'' इससे पहले चूहे पर बिहार में शराब गटकने का आरोप लग चुका है. पुलिस थाने से जब लाखों की जब्त शराब नहीं मिली थी तो यही दलील दी गयी थी.
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