औरंगाबाद: कोरोना वायरस को रोकने के लिए देश में आगामी 3 मई तक लॉकडाउन लागू है. ऐसे में जरूरी सामानों की कालाबाजारी काफी बढ़ गई है. कालाबाजारी की शिकायतों के बाद जिला प्रशासन एक्टिव मोड में नजर आ रहा है. जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल जिले को कोविड-19 से बचाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं. वहीं, दूसरी तरफ सरकारी व्यवस्थाओं में कोई कमी ना रह जाए इसके लिए लगातार जांच अभियान चलाया जा रहा है.
जिले के क्वॉरेंटीन सेंटर और जन वितरण प्रणाली की दुकानों पर धांधली की लगातार शिकायतों के बाद डीएम एक्शन में हैं. जिलाधिकारी ने जिले के विभिन्न सेंटरों का दौरा किया और राशन दुकानों में जाकर के राशन प्राप्त कर रहे लोगों से बात भी की. उन्होंने जिले में प्रखंडवार अधिकारियों की टीम बना रखी है जो कि जांच के बाद हर दिन उन्हें रिपोर्ट सौंप रहे हैं.
क्वॉरंटीन सेंटरों पर अव्यवस्था की शिकायत
औरंगाबाद में कोविड 19 का अभी तक एक भी केस सामने नहीं आया है. लेकिन, सरकारी राशन की दुकानों और क्वॉरेंटीन सेंटरों से काफी शिकायतें आ रही हैं. ज्यादातर शिकायतें क्वॉरेंटाइन सेंटरों से आ रही हैं. जिसमें आइसोलेट हुए लोगों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिलने की बात कही जा रही है. डीएम ने इसके निपटान के लिए भी दिशा-निर्देश दिए हैं.
औरंगाबाद में कुल 206 आइसोलेशन सेंटर
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए जिले के सभी प्रखंडों और पंचायतों में कुल 206 आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं. जिसका प्रखंडवार विवरण इस प्रकार है:
- औरंगाबाद- 17
- देव- 16
- मदनपुर- 19
- कुटुम्बा-20
- नवीनगर-25
- बारूण-17
- रफीगंज-23
- ओबरा-20
- दाउदनगर-15
- हसपुरा-14
- गोह प्रखण्ड- 20