औरंगाबाद: बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा (Bihar School Examination Board) में औरंगाबाद की रामायणी राय ने टॉप किया है. पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर उसने माता-पिता और जिले का नाम रोशन किया है. वहीं, बिहार टॉप करने पर रामायणी राय (Ramayani Rai Became Bihar Topper) ने इसका श्रेय अपने टीचर और माता-पिता को दिया है. इसके साथ ही उसने आगे चलकर पत्रकारिता के क्षेत्र में जाने की इच्छा जतायी है. रामायणी राय की इस सफलता से उसके माता-पिता, टीचर और आसपास के लोग काफी खुश है. वहीं, राज्य में टॉप करने पर उसके घर बधाई देने वालों को तांता लगा हुआ है.
ये भी पढ़ें- CM नीतीश ने मैट्रिक परीक्षा में सफल छात्रों को दी बधाई, बोले- बढ़ा लड़कियों का आत्मविश्वास
97 फीसदी अंक प्राप्त कर बनी टॉपर: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक वर्षिक परीक्षा 2022 का रिजल्ट (Matric Result 2022) घोषित कर दिया है. जिसमें औरंगाबाद के दाउदनगर स्थित पटेल हाई स्कूल की छात्रा रामायणी राय 97 फीसदी अंक प्राप्त कर बिहार टॉपर बनीं हैं. उसे 500 में 487 नंबर प्राप्त हुए हैं. रामायणी बताती हैं को उनको उम्मीद थी कि अच्छे अंक मिलेंगे. उसे पढ़ाई-लिखाई में काफी दिलचस्पी है. आगे चलकर वह पत्रकार बनना चाहती है, ताकि गरीबों की बात उठा सकें.
मां शिक्षिका और पिता डॉक्टर: मैट्रिक की परीक्षा में बिहार टॉपर रामायणी राय के पिता जितेंद्र सिंह भोला पशु चिकित्सक हैं और बाराचट्टी में पदस्थापित हैं. उसकी माता किरण देवी गांधी हाईस्कूल में विज्ञान शिक्षिका हैं. उसके दादा अयोध्या यादव राजद नेता हैं. वह औरंगाबाद जिला के गोह विधानसभा क्षेत्र से चार बार चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि चुनाव जीतने में उसे सफलता नहीं मिली.
पहले ये नहीं सोचे थे कि टॉप करेंगे, अंडर 10 आने का ड्रीम था. पढ़ाई के बाद आगे हम जनर्लिज्म के क्षेत्र में जाना चाहते हैं. माता-पिता का बच्चे पर भरोसा होना बहुत जरूरी होता है और वो मेरे माता-पिता ने मेरे ऊपर रखा है. हमें ऐसे माता-पिता मिलने पर बहुत गर्व है. -रामायणी राय, बिहार टॉपर
परिजनों को अच्छे रिजल्ट का था अनुमान: रामायणी की मां किरण देवी ने कहा कि समझ में नहीं आ रहा है कि क्या बोलें, हम एकदम निशब्द है. हमें अनुमान था कि रिजल्ट अच्छा आएगा. बिहार में पहला स्थान मिलने पर बहुत खुशी हुई. वहीं, रामायणी के पिता डॉ जितेंद्र कुमार ने कहा कि सबसे पहले वह उसके टीचर राहुल सर को धन्यवाद देते हैं. जिनके मार्ग दर्शन में पढ़ाई हो रही थी. उनको भरोसा था कि बिहार में इसका स्थान 1 से 10 के बीच में आना चाहिए. जिस तरह इसका पढ़ने का जुनून है, उससे सभी प्रभावित हैं. परीक्षा देकर आने का बाद उसने कहा था कि अच्छा नंबर आएगा.
मैट्रिक परीक्षा में 16.48 लाख परीक्षार्थी हुए थे शामिल: बता दें कि इस बार मैट्रिक परीक्षा में 16.48 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. 17 फरवरी से 24 फरवरी तक हुई थी मैट्रिक की परीक्षा. पूरे प्रदेश में 1525 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, लेकिन मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन मोतिहारी जिले में प्रथम पाली में गणित की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. जिसके बाद 24 मार्च को 25 सेंटरों पर मैट्रिक की फिर से परीक्षा आयोजित की गई. मैट्रिक के री-एग्जाम में 19628 परीक्षार्थी शामिल हुए थे.
पेपर लीक होने की वजह से 10वीं के रिजल्ट में देरी: वहीं, मोतिहारी में पेपर लीक होने की वजह से ही इस बार दसवीं का रिजल्ट जारी करने में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को देरी हुई. बिहार बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट बोर्ड के आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा. रिजल्ट के दिन सरवर पर अधिक लोड के कारण बोर्ड की वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in यदि क्रैश हो जाता है तो ऐसी स्थिति में सरकारी रिजल्ट की वेबसाइट पर जाकर भी छात्र रिजल्ट चेक कर सकते हैं.
लड़कियों ने मारी बाजी: बिहार मैट्रिक रिजल्ट 2022 का कुल पास प्रतिशत 79.88% रहा है. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने रिजल्ट की घोषणा करते हुए इसे रिकॉर्ड समय में जारी करने वाला बताया है. इस साल बिहार में 4 लाख 24 हजार 597 परीक्षार्थियों को फर्स्ट डिवीजन प्राप्त हुआ है. जबकि, 5 लाख 10 हजार 411 स्टूडेंट्स को सेकेंड डिवीजन और 3 लाख 47 हजार स्टूडेंड्स थर्ड डिवीजन से उत्तीर्ण हुए हैं. इस साल भी लड़कियां टॉपर लिस्ट में जगह बनाने में कामयाब रही हैं.
ये भी पढ़ें- मैट्रिक परीक्षा में मसौढ़ी अनुमंडल टॉपर बनी नीशु, UPSC के जरिए करना चाहती हैं देश की सेवा
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP