औरंगाबाद: बिहार में शराबबंदी कानून (Prohibition of Liquor) लागू होने के बावजूद आए दिन शराब से जुड़े मामले सामने आते रहते हैं. हालांकि उत्पाद विभाग की मुस्तैदी के कारण कभी शराब तस्कर पकड़े जाते हैं तो कभी मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन होता है. इसी क्रम में रविवार को रफीगंज थाना क्षेत्र में करीब 100 घरों में टीम ने छापा मारा है.
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उत्पाद विभाग और औरंगाबाद पुलिस की संयुक्त टीम ने रविवार को जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र के चरकावा गांव स्थित भुइयां टोली में छापा मारा है. गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई के दौरान टीम ने वहां करीब 100 घरों में छापेमारी की.
इस छापेमारी के दौरान उत्पाद विभाग को कई घरों से जावा महुआ और देसी शराब बरामद हुई. कहीं घर में रखे सामानों के बीच इसे छिपाकर रखा गया था तो कहीं डिब्बे में बंदकर शराब को जमीन के नीचे गाड़ दिया गया था. संयुक्त टीम की तत्परता के कारण मिनी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ हो गया है. हालांकि छापेमारी दल को गांव में आते देखकर इससे जुड़े हुए तमाम लोग अपने-अपने घर को छोड़कर फरार होने में कामयाब हो गए.
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वहीं, औरंगाबाद उत्पाद विभाग की उत्पाद निरीक्षक कुमकुम कुमारी ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर ये कार्रवाई की गई है. हमें गुप्त सूचना मिली थी कि वहां अवैध तरीके से महुआ शराब बनाई जाती है. जिसके आधार पर हमने छापेमारी की. जहां मिनी शराब फैक्ट्री को ध्वस्त कर दिया गया. इस कार्रवाई में फैक्ट्री कारोबारी कारू मांझी को हमने गिरफ्तार कर लिया है.
"छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. 1000 किलो के लगभग जावा महुआ घटनास्थल पर निकालने के क्रम में स्वत: विनष्ट हो गया. जबकि लगभग 5 लीटर अवैध चुलाई शराब बरामद की गई है"- कुमकुम कुमारी, उत्पाद निरीक्षक