औरंगाबादः जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव सोमवार को औरंगाबाद के बारुण पहुंचे. बारुण में एक स्वागत समारोह में उन्होंने बताया कि बारुण बालू माफिया का गढ़ बन कर रह गया है. बारुण का बालू पूरे देश भर में जा रहा है. जबकि बारुण की स्थिति काफी खस्ताहाल है. यहां लोग नरक से जिंदगी गुजारने पर मजबूर हैं.
बारुण प्रखंड माफिया के चंगुल में
बता दें कि औरंगाबाद जिले के बारुण प्रखंड को माफिया ने अपने चंगुल में ले रखा है. वहीं सोमवार को बारुण पहुंचे पप्पू यादव ने एक स्वागत कार्यक्रम में बताया कि बारुण को बालू माफिया ने पूरी तरह से चंगुल में ले लिया है. सोन नदी बारुण के लिए अभिशाप बन कर रह गया है. पप्पू यादव ने बताया कि बालू की ढुलाई के कारण यहां के लोग नरक की जिंदगी जीने को मजबूर हैं. लेकिन उस कमाई का विकास बारुण में नहीं होकर कहीं और हो रहा है. देश भर के माफिया बारुण में बालू की दलाली में लगे हुए हैं.
'स्थानीय बेरोजगार को मिले ठेका'
पप्पू यादव ने बताया कि वे बालू के ठेका के लिए नई नीति चाहते हैं. जिसमें लोकल का बेरोजगार व्यक्ति ठेका ले सके. यह ठेका 50 लाख रुपये से ज्यादा का नहीं होगा. कोई टेंडर नहीं होगा, बल्कि उच्च शिक्षित बेरोजगारों को सीधे ठेके दे दिए जाएंगे.
'राज्य में कहीं भी कोई भी सुरक्षित नहीं'
जन अधिकार पार्टी के संरक्षक ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि वे चुनावी अभियान पर नहीं बल्कि आजादी के अभियान पर निकले हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में कहीं भी कोई भी सुरक्षित नहीं है. मुख्यमंत्री चाहे जितनी ही विकास के दावे कर लें. लेकिन राज्य की स्थिति सही नहीं है. जगह- जगह पर सड़कें टूट चुकी हैं. जीटी रोड का बुरा हाल है, सोन नदी में लूट मची हुई है और आम सड़कें बुरी कंडीशन में है. जहां पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है.
'महत्वाकांक्षा की आग में बिहार को झोंकना चाहते हैं मुख्यमंत्री'
इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री की चुनावी महत्वाकांक्षा पर जमकर प्रहार किया और कहा कि मुख्यमंत्री अपनी महत्वाकांक्षा की आग में बिहार को झोंकना चाहते हैं. जब कोरोना राज्य में लगातार फैल रही है. ऐसे में चुनाव कराने का निर्णय उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य की जनता की मदद करने के बजाए वर्चुअल रैली में ज्यादा मन लग रहा है.