औरंगाबाद: जिलाधिकारी के आदेश के बाद जिले में संचालित क्वारंटीन सेंटरों का औचक निरीक्षण किया गया. वरीय पदाधिकारियों की ओर से किए गए इस कार्रवाई में 11 प्रखंडों में संचालित प्रखंड क्वारंटीन कैम्पों का निरीक्षण किया गया. जिसके तहत यहां रहने वालों के लिए ठहरने और खाने के इंतजामों का जायजा लिया गया. इस टीम में जिले और अनुमंडल स्तर के अधिकारी शामिल रहे.
जिले में हैं 52 प्रखंड स्तरीय क्वारंटीन कैंप
जिले में विभिन्न प्रखंडों में कुल 52 प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैम्प कार्यरत हैं. जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कैम्प बनाये जाएंगे. सोशल मीडिया और कुछ समाचार माध्यम से ऐसी खबरें प्रचारित की जा रही है कि किसी गांव के नजदीक एक विद्यालय में रुके हुए लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
इस संबंध में अधिकारियों ने कहा कि कुछ ऐसे लोग जो बाहर से प्रशासन को बिना जानकारी दिए अपने गांव आ गए हैं. और वहां के निकटतम विद्यालय में रह रहे हैं वहां से ऐसी शिकायत आ रही है.
प्रवासियों की सुविधा के लिए बने हैं कंट्रोल रूम
मुश्किल में रह रहे प्रवासियों की सूचना मिलते ही उन्हें सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं. ऐसे लोगों के बारे में जैसे ही प्रशासन को सूचना मिल रही है. प्रशासन उसे जल्द से जल्द दुरुस्त कर रहा है. ऐसे संचालित कैंपों को आवासीय किया जा रहा है. साथ ही वहां खाने-पीने और दूसरी जरूरत की चीजों को भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे बाहर से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है, प्रशासन कैंपों की संख्या भी बढ़ा रहा है. यदि किसी को इस प्रकार के व्यक्तियों की जानकारी मिलती है तो वह जिला कंट्रोल रूम के इसकी सूचना दे सकता है. ये नंबर हैं - 06186223167/222971/72/73/74 जिसपर कोई भी प्रवासियों से संबंधित जानकारी दे सकता हैं.