औरंगाबादः जिले का ओबरा विधानसभा सीट हॉट सीट बना हुआ है. जहां राजद के वर्तमान विधायक वीरेंद्र कुमार सिन्हा के टिकट काटकर पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह के पुत्र ऋषि यादव को टिकट दिए जाने की सम्भावना है. जिसके बाद से ही विधायक समर्थकों की ओर से बाहरी उम्मीदवार कहकर ऋषि यादव को काला झंडा दिखाया जा रहा है. इसके बाद भी पिछले 15 दिनों से ऋषि यादव लगातार ओबरा विधानसभा क्षेत्र के गांवों का भ्रमण कर रहे हैं.
ओबरा विधानसभा सीट हॉट सीट
ओबरा विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद जिले के दो प्रखंडों दाउदनगर और ओबरा को मिलाकर गठित किया गया था. जहां से इस सीट पर शुरू से ही समाजवादियों का दबदबा रहा है. 1995 से 2005 तक इस सीट पर भाकपा माले के कॉमरेड राजाराम सिंह चुनाव जीते थे. उनसे पहले इस सीट पर जनता दल के रामविलास सिंह का कब्जा था. 2005 में राष्ट्रीय जनता दल के सत्यनारायण यादव और 2010 में निर्दलीय सब इंस्पेक्टर से नेता बने सोम प्रकाश यादव चुनाव जीत चुके हैं. 2015 में राष्ट्रीय जनता दल के वीरेंद्र कुमार सिन्हा निर्वाचित हुए थे.
इस बार का चुनाव कई मायनों में अलग
इस बार का चुनाव कई मायनों में अलग दिख रहा है क्योंकि इस क्षेत्र से पहली बार ऐसा हो रहा है कि राष्ट्रीय जनता दल अपने विधायक का टिकट काटकर किसी दूसरे उम्मीदवार को मैदान में उतारने जा रही है. अपनी टिकट कटने की संभावना को देखते हुए विधायक वीरेंद्र कुमार सिन्हा के समर्थकों ने ऋषि यादव को बाहरी प्रत्याशी कहकर काला झंडा दिखाया. उसके बाद भी ऋषि क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं और लोगों से मुलाकात कर रहे हैं.
ऋषि यादव काराकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के रहने वाले
इस सम्बंध में ऋषि यादव ने बताया कि वे बाहरी नहीं है, बल्कि इसी काराकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के रहने वाले हैं. इस क्षेत्र से पहले से ही जुड़े हुए हैं. उनकी मां यहां से चुनाव लड़ चुकी है. इस कारण से उनका जुड़ाव काफी पहले से है. वे एमिटी यूनिवर्सिटी से एमबीए किए हैं और उसके बाद 15 सालों तक विभिन्न बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में कर्मचारी से लेकर टीम लीडर के रूप में नौकरी की है. वे इस क्षेत्र को अच्छी तरह से समझते हैं और यहां लोगों की बेरोजगारी दूर करने का प्रयास करेंगे. इसके लिए उनके पास रोड मैप है. ऋषि यादव ओबरा विधानसभा क्षेत्र में ही डटे हुए हैं. वे हर दिन दर्जनभर गांवों का दौरा कर रहे हैं और राजद समर्थकों से मुलाकात कर रहे हैं.