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औरंगाबाद: मुखिया प्रत्याशी ने निकाला वाहनों का काफिला, BDO ने दिया प्राथमिकी का निर्देश - पंचायत चुनाव 2021

औरंगाबाद में मुखिया प्रत्याशी ने आचार संहिता नियम का उल्लंघन कर बड़ी संख्या में वाहनों के साथ रैली निकाली. जिसके बाद बीडीओ ने कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश जारी किया है.

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Published : Sep 14, 2021, 2:43 PM IST

औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद (Aurangabad) जिले में पंचायत चुनाव 2021 (Panchayat Election 2021) के लिए मुखिया प्रत्याशी ने आचार संहिता नियम का उल्लंघन (Violation Code Of Conduct ) करते रैली निकाली. यह रैली कई वाहनों के साथ निकाली गई. जिसके बाद चंद्रगढ़ से मुखिया प्रत्याशी अमोद चंद्रवंशी के खिलाफ बीडीओ ने प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है.

इसे भी पढ़ें: नवादा जेल से महिला कैदी ने पंचायत चुनाव के लिए कराया नामांकन, 31 अगस्त को गई थी जेल

गौरतलब है कि चंद्रगढ़ पंचायत के निवर्तमान मुखिया और पुनः प्रत्याशी अमोद चंद्रवंशी ने आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन किया है. मुखिया पद के लिए कुछ दिन पहले ही नामांकन करा चुके अमोद ने बगैर किसी अनुमति के रैली निकाली. इसके साथ ही दर्जनों वाहनों के लंबे काफिले के साथ जुलूस निकालकर चंद्रगढ़ पंचायत के एक-एक गांव का भ्रमण किया.

ये भी पढ़ें: पंचायत चुनाव: भागलपुर के सनहौला प्रखंड में चरम पर है सियासी पारा

ऐसे में मुखिया प्रत्याशी ने आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ाई हैं. आश्चर्य की बात यह है कि किसी भी अधिकारी ने उन्हें रोकने का प्रयास तक नहीं किया. प्रत्याशी अमोद समर्थकों के बीच बेधड़क आचार संहिता का उल्लंघन करते देखे गए.

इस मामले को संज्ञान में लेते हुए नबीनगर के प्रखंड बीडीओ देवानंद कुमार सिंह ने कहा कि उम्मीदवार समेत काफिले में शामिल एक-एक वाहन के चालक और मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. इसके साथ ही आगे समस्त कार्रवाई भी की जाएगी.

देखें रिपोर्ट.

'हम तो अकेले गाड़ी से घूम रहे थे. बाकी किसकी गाड़ी है हमें नहीं पता. गाड़ी पर लेबल कोई लगा देगा तो इसमें मेरी गलती नहीं है. मेरे साथ जो लोग भी आए, वे सब जनता प्यार, स्नेह और समर्थन है. यह मेरा तीसरा चुनाव है. मैं अपने पूरे चुनाव के दौरान कभी भी शराब, कंबल आदि का वितरण नहीं करता हूं. मैं जनता का पैर छू कर आशीर्वाद लेकर चुनाव जीतता हूं.' -अमोद चंद्रवंशी, मुखिया प्रत्याशी, चंद्रगढ़, नवीनग

बता दें कि इस बार 11 चरणों में पंचायत चुनाव हो रहा है. पहले चरण का मतदान 24 सितंबर को और अंतिम चरण का मतदान 12 दिसंबर को होगा. चुनाव की घोषणा होने के बाद ही राज्य निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर के कई अधिकारियों का फेरबदल भी किया गया. साथ ही प्रत्याशियों के ऊपर नजर बनाए रखने को लेकर ऑब्जर्वर को जिम्मा सौंपा गया है.

इस बार प्रत्याशियों को अग्नि परीक्षा से भी गुजरना पड़ेगा, क्योंकि डिजिटल दुनिया में पंचायत के हर लोग जागरूक हो गए हैं. किसने कितना काम किया और किसने जनता को बरगलाने का काम किया, इन तमाम चीजों को देखते हुए इस बार मतदाता मतदान करेंगे. हालांकि समय बहुत कम है. पहले चरण के मतदान में बस कुछ दिन शेष बचे हुए हैं.

पंचायत चुनाव 2021 को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य पुलिस को कई प्रकार के निर्देश दिए हैं. आयोग ने स्पष्ट कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराए जाएं. आयोग ने कहा है कि असामाजिक, उपद्रवी और अशांति पैदा करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए तथा ग्रामीणों में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए.

बता दें कि वोट 24 सितंबर, 29 सितंबर, 8 अक्टूबर, 20 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 3 नवंबर, 15 नवंबर, 24 नवंबर, 29 नवंबर, 8 दिसंबर और 12 दिसंबर को डाले जाएंगे. मुखिया के 8072, ग्राम पंचायत सदस्य के 113307, पंचायत समिति सदस्य के 11104, जिला परिषद सदस्य के 1160, ग्राम कचहरी सरपंच के लिए 8072 और पंच के लिए 113307 पदों पर चुनाव होंगे. कुल 255022 पदों के लिए वोट डाले जाएंगे. 8072 पंचायतों में 1,13,891 बूथ बनाए गए हैं. 6 करोड़ 38 लाख 94 हजार 737 मतदाता चुनाव में शामिल होंगे. इनमें 3,35,80,487 पुरुष, 3,03,11,779 महिला और 2,471 अन्य मतदाता हैं.

पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होंगे. दूसरे चरण में 32 जिलों के 48 प्रखंडों, तीसरे चरण में 33 जिलों के 50 प्रखंडों, चौथे चरण में 36 जिलों के 53 और पांचवें चरण में 38 जिलों के 58 प्रखंडों में वोट डाले जाएंगे. वहीं, छठे चरण में 37 जिलों के 57 प्रखंडों, सातवें में 37 जिलों के 63 प्रखंडों व आठवें चरण में 36 जिलों के 55 प्रखंडों में मतदान होगा. नौवें चरण में 33 जिलों के 53 प्रखंडों और 10वें चरण में 34 जिलों के 53 प्रखंडों में मतदान होंगे. 11वें और अंतिम चरण के मतदान में बाढ़ प्रभावित 20 जिलों के 38 प्रखंडों के मतदाता शामिल होंगे.

औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद (Aurangabad) जिले में पंचायत चुनाव 2021 (Panchayat Election 2021) के लिए मुखिया प्रत्याशी ने आचार संहिता नियम का उल्लंघन (Violation Code Of Conduct ) करते रैली निकाली. यह रैली कई वाहनों के साथ निकाली गई. जिसके बाद चंद्रगढ़ से मुखिया प्रत्याशी अमोद चंद्रवंशी के खिलाफ बीडीओ ने प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है.

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गौरतलब है कि चंद्रगढ़ पंचायत के निवर्तमान मुखिया और पुनः प्रत्याशी अमोद चंद्रवंशी ने आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन किया है. मुखिया पद के लिए कुछ दिन पहले ही नामांकन करा चुके अमोद ने बगैर किसी अनुमति के रैली निकाली. इसके साथ ही दर्जनों वाहनों के लंबे काफिले के साथ जुलूस निकालकर चंद्रगढ़ पंचायत के एक-एक गांव का भ्रमण किया.

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ऐसे में मुखिया प्रत्याशी ने आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां उड़ाई हैं. आश्चर्य की बात यह है कि किसी भी अधिकारी ने उन्हें रोकने का प्रयास तक नहीं किया. प्रत्याशी अमोद समर्थकों के बीच बेधड़क आचार संहिता का उल्लंघन करते देखे गए.

इस मामले को संज्ञान में लेते हुए नबीनगर के प्रखंड बीडीओ देवानंद कुमार सिंह ने कहा कि उम्मीदवार समेत काफिले में शामिल एक-एक वाहन के चालक और मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. इसके साथ ही आगे समस्त कार्रवाई भी की जाएगी.

देखें रिपोर्ट.

'हम तो अकेले गाड़ी से घूम रहे थे. बाकी किसकी गाड़ी है हमें नहीं पता. गाड़ी पर लेबल कोई लगा देगा तो इसमें मेरी गलती नहीं है. मेरे साथ जो लोग भी आए, वे सब जनता प्यार, स्नेह और समर्थन है. यह मेरा तीसरा चुनाव है. मैं अपने पूरे चुनाव के दौरान कभी भी शराब, कंबल आदि का वितरण नहीं करता हूं. मैं जनता का पैर छू कर आशीर्वाद लेकर चुनाव जीतता हूं.' -अमोद चंद्रवंशी, मुखिया प्रत्याशी, चंद्रगढ़, नवीनग

बता दें कि इस बार 11 चरणों में पंचायत चुनाव हो रहा है. पहले चरण का मतदान 24 सितंबर को और अंतिम चरण का मतदान 12 दिसंबर को होगा. चुनाव की घोषणा होने के बाद ही राज्य निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर के कई अधिकारियों का फेरबदल भी किया गया. साथ ही प्रत्याशियों के ऊपर नजर बनाए रखने को लेकर ऑब्जर्वर को जिम्मा सौंपा गया है.

इस बार प्रत्याशियों को अग्नि परीक्षा से भी गुजरना पड़ेगा, क्योंकि डिजिटल दुनिया में पंचायत के हर लोग जागरूक हो गए हैं. किसने कितना काम किया और किसने जनता को बरगलाने का काम किया, इन तमाम चीजों को देखते हुए इस बार मतदाता मतदान करेंगे. हालांकि समय बहुत कम है. पहले चरण के मतदान में बस कुछ दिन शेष बचे हुए हैं.

पंचायत चुनाव 2021 को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य पुलिस को कई प्रकार के निर्देश दिए हैं. आयोग ने स्पष्ट कहा कि राज्य में पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से कराए जाएं. आयोग ने कहा है कि असामाजिक, उपद्रवी और अशांति पैदा करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए तथा ग्रामीणों में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए.

बता दें कि वोट 24 सितंबर, 29 सितंबर, 8 अक्टूबर, 20 अक्टूबर, 24 अक्टूबर, 3 नवंबर, 15 नवंबर, 24 नवंबर, 29 नवंबर, 8 दिसंबर और 12 दिसंबर को डाले जाएंगे. मुखिया के 8072, ग्राम पंचायत सदस्य के 113307, पंचायत समिति सदस्य के 11104, जिला परिषद सदस्य के 1160, ग्राम कचहरी सरपंच के लिए 8072 और पंच के लिए 113307 पदों पर चुनाव होंगे. कुल 255022 पदों के लिए वोट डाले जाएंगे. 8072 पंचायतों में 1,13,891 बूथ बनाए गए हैं. 6 करोड़ 38 लाख 94 हजार 737 मतदाता चुनाव में शामिल होंगे. इनमें 3,35,80,487 पुरुष, 3,03,11,779 महिला और 2,471 अन्य मतदाता हैं.

पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होंगे. दूसरे चरण में 32 जिलों के 48 प्रखंडों, तीसरे चरण में 33 जिलों के 50 प्रखंडों, चौथे चरण में 36 जिलों के 53 और पांचवें चरण में 38 जिलों के 58 प्रखंडों में वोट डाले जाएंगे. वहीं, छठे चरण में 37 जिलों के 57 प्रखंडों, सातवें में 37 जिलों के 63 प्रखंडों व आठवें चरण में 36 जिलों के 55 प्रखंडों में मतदान होगा. नौवें चरण में 33 जिलों के 53 प्रखंडों और 10वें चरण में 34 जिलों के 53 प्रखंडों में मतदान होंगे. 11वें और अंतिम चरण के मतदान में बाढ़ प्रभावित 20 जिलों के 38 प्रखंडों के मतदाता शामिल होंगे.

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