औरंगाबाद: मगध विश्वविद्यालय बोधगया के छात्र छात्राओं को डिग्री का मूल प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए पसीने छूट रहे है. स्टूडेंट महीनों कॉलेज और वीसी के दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं. वीसी का दावा डिजिटल प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया है.
एक प्रमाण पत्र के लिए महीनों लगा रहे चक्कर
मगध विश्वविद्यालय के कई स्टूडेंट्स को पास हुए 10 से 15 साल बीत चुके हैं. लेकिन, उन्हें अभी तक इंटर से लेकर स्नातक मूल प्रमाण पत्र नहीं मिला है. अभ्यर्थियों ने बताया कि एक प्रमाण पत्र के लिए महीनों का वक्त लग रहा है. कई बार विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. फिर भी कोई काम ही नहीं करना चाहता.
वीसी ने दिया है आश्वासन
हिमाचल प्रदेश से चलकर आई अमृता ने बताया कि जनवरी में ऑनलाइन अप्लाई किया था. इसके बावजूद भी अबतक प्रमाण पत्र नहीं मिल सका. कई बार विश्वविद्यालय के चक्कर भी लगाने पड़े. हालांकि उन्होंने कहा कि वीसी ने अब जाकर प्रमाणपत्र जारी करने का आश्वासन दिया है.
'डिजिटल प्रमाण पत्र देने की दिशा में काम कर रहा विश्वविद्यालय'
मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि विश्वविद्यालय डिजिटल प्रमाण पत्र देने की दिशा में काम कर रहा है. जनवरी के अंदर यह काम पूरा कर लिया जाएगा. रोजाना ही स्टूडेंट्स को डिग्री प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रमाण पत्र में क्यूआर कोड के साथ सभी फीचर मौजूद रहेंगे जिसे कोई भी छात्र कहीं भी अपने मोबाइल से उसे देख सकता है.