औरंगाबाद: कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. लोग जहां-तहां कैद हो गए हैं. राज्य सरकार के बार्डर इलाकों के सील करने के बावजूद मजदूरों का पलायन जारी है. बिहार-यूपी बॉर्डर बनारस से दाउदनगर लॉकडाउन लागू होने के बाद मजदूरों का अपने-अपने घरों पर जाने का सिलसिला लगातार जारी है.
गौरतलब है कि खगड़िया से बनारस ट्रांसमिशन लाइन में काम करते थे. लेकिन, लॉक डाउन के वजह से काम बंद हो गया. काम बंद होने का कारण वे पैदल ही बनारस से खगड़िया दाउदनगर होते हुए घर पहुंच रहे हैं. 9 मजदूरों का एक जत्था भखरुआं मोड़ पर दिखा जो पैदल आ रहे थे. उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
मजदूरों ने सुनाई आपबीती
मजदूरों ने बताया कि वे लोग वाराणसी में ट्रांसमिशन लाइन में काम करते थे. 3 दिन पहले पैदल ही वे वाराणसी से निकले और पैदल चलते हुए दाउदनगर की ओर से पटना की ओर जा रहे थे. तभी औरंगाबाद में इन्होंने अपनी आपबीती सुनाई. बता दें कि इनलोगों ने ईटीवी भारत के जरिए सरकार से मदद मांगी है.
कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 51
बिहार में कोरोना पॉजिटिव की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर से 51 हो गई है. जबकि एक व्यक्ति की पहले ही मौत हो चुकी है.