ETV Bharat / state

घूस लेने के मामले में औरंगाबाद के खैराबिंद पंचायत सचिव सस्पेंड, BDO के वेतन निकासी पर रोक

भ्रष्टाचार के मामले में औरंगाबाद में खैराबिंद पंचायत सचिव ललन सिंह (Panchayat Secretary Lalan Singh) को निलंबित कर दिया गया है. उन पर काम के बदले लोगों से रुपये लेने का आरोप था.

म
author img

By

Published : Jan 5, 2022, 7:20 PM IST

औरंगाबादः गांव वालों से घूस लेने के मामले में खैराबिंद पंचायत सचिव ललन सिंह (Khairabind Panchayat Secretary suspended in Aurangabad) को डीएम सौरभ जोरवाल (DM Saurabh Jorwal) ने सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा इस मामले में बीडीओ पर भी कार्रवाई की गई है. बीडीओ को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है.

ये भी पढ़ेंः मुजफ्फरपुर में राजस्व कर्मचारी 50 हजार घूस लेते गिरफ्तार, पटना ले गई निगरानी टीम

जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि सचिव द्वारा कार्य कराने के एवज में आमजनों से रिश्वत की मांग की जाती है. जिसके बाद जांच में पता चला कि सचिव पर लगे आरोप गंभीर और सत्य हैं. इनका कार्य बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली 1976 में निहित निर्देश के विपरीत है. प्रावधानों के विपरीत आचरण बरतने के आरोप में डीएम ने पंचायत सचिव ललन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

वहीं, व्यापक पैमाने पर सचिव के भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने के बावजूद प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा उन पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई थी. प्रथम दृष्टया में ऐसा प्रतीत होता है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी औरंगाबाद की भी इसमें मिलीभगत है. जिसे लेकर बीडीओ को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है.

इसे भी पढ़ें- पटना में 8 लाख रिश्वत लेते एग्जीक्यूटिव इंजीनियर गिरफ्तार, सुबह-सुबह निगरानी ने दबोचा

डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि औरंगाबाद प्रखंड विकास पदाधिकारी को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल उनके वेतन निकासी पर रोक लगा दी गई है. अनुशासनिक कार्रवाई के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी के विरूद्ध प्रपत्र गठित कर विभाग को भेजा जाएगा.

विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

औरंगाबादः गांव वालों से घूस लेने के मामले में खैराबिंद पंचायत सचिव ललन सिंह (Khairabind Panchayat Secretary suspended in Aurangabad) को डीएम सौरभ जोरवाल (DM Saurabh Jorwal) ने सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा इस मामले में बीडीओ पर भी कार्रवाई की गई है. बीडीओ को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है.

ये भी पढ़ेंः मुजफ्फरपुर में राजस्व कर्मचारी 50 हजार घूस लेते गिरफ्तार, पटना ले गई निगरानी टीम

जिला प्रशासन को सूचना मिली थी कि सचिव द्वारा कार्य कराने के एवज में आमजनों से रिश्वत की मांग की जाती है. जिसके बाद जांच में पता चला कि सचिव पर लगे आरोप गंभीर और सत्य हैं. इनका कार्य बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली 1976 में निहित निर्देश के विपरीत है. प्रावधानों के विपरीत आचरण बरतने के आरोप में डीएम ने पंचायत सचिव ललन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

वहीं, व्यापक पैमाने पर सचिव के भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने के बावजूद प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा उन पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई थी. प्रथम दृष्टया में ऐसा प्रतीत होता है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी औरंगाबाद की भी इसमें मिलीभगत है. जिसे लेकर बीडीओ को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है.

इसे भी पढ़ें- पटना में 8 लाख रिश्वत लेते एग्जीक्यूटिव इंजीनियर गिरफ्तार, सुबह-सुबह निगरानी ने दबोचा

डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि औरंगाबाद प्रखंड विकास पदाधिकारी को 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल उनके वेतन निकासी पर रोक लगा दी गई है. अनुशासनिक कार्रवाई के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी के विरूद्ध प्रपत्र गठित कर विभाग को भेजा जाएगा.

विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.