औरंगाबाद: पश्चिम बंगाल में कोलकाता के एनआरएस हॉस्पिटल में डॉक्टरों के ऊपर हुए हमले के विरोध की आग बिहार में भी जलने लगी है. औरंगाबाद जिले के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन डॉ. बीके सिंह ने बताया कि इसको लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली गई है.
बता दें कि कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट का मुद्दा अब बिहार में भी उठने लगा है. औरंगाबाद जिले के डॉक्टरों ने भी पश्चिम बंगाल सरकार से मांग की है कि वे वहां कार्य कर रहे डॉक्टरों, खासकर बाहर के राज्यों के डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें. जिले के डॉक्टरों ने बंगाल के डॉक्टरों के हड़ताल के समर्थन में काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया.
विरोध में बांधी काली पट्टी
जूनियर डॉक्टरों के साथ कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में हुई घटना के विरोध में आईएमए से जुड़े चिकित्सकों द्वारा काली पट्टी बांधकर विरोध जताया जा रहा है. इसके तहत आईएमए से जुड़े चिकित्सकों ने विरोध जताया और केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की. जिला आईएमए के प्रवक्ता और दाउदनगर अनुमण्डल अध्यक्ष डॉ बीके प्रसाद ने पत्रकार वार्ता में बताया कि कोलकाता में इलाज के दौरान मरीजों की मौत के बाद परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों पर हमला कर दिया था जिससे डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हैं.
अबतक 119 डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा
वहां कार्य कर रहे डॉक्टरों को सुरक्षा जब तक प्रदान नहीं कि जाती है. विरोध स्वरूप जिले के डॉक्टर भी हड़ताल पर जा सकते हैं. उन्होंने बंगाल सरकार से मांग की है कि आरोपी को गिरफ्तार किया जाए. डॉ. बीके प्रसाद ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है. डॉक्टर ने कहा कि कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में सोमवार को हुए इस घटना के विरोध में अब तक के 119 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है. पूरे पश्चिम बंगाल राज्य के डॉक्टर हड़ताल पर हैं. इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर देशभर में बंगाल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.