औरंगाबाद: भारत सरकार ने जिले के कुटुंबा प्रखंड को बेस्ट चाइल्ड फ्रेंडली पंचायत के पुरस्कार से नवाजा है. सिविल सर्विस दिवस यानी 21 अप्रैल के दिन डीडीसी अंशुल कुमार इसके लिए पुरस्कृत किए गए हैं. देशभर के 30 राज्यों से एक-एक पंचायत को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. जिसमें बिहार से कुटुंबा पंचायत का नाम चयनित हुआ है.
जानकारी के मुताबिक चाइल्ड फ्रेंडली पंचायत और अन्य कार्यों के लिए देशभर में चुने गए पंचायतों में बिहार के औरंगाबाद जिले के कुटुंबा पंचायत को चौथे स्थान पर रखा गया है. इसका श्रेय डीडीसी अंशुल कुमार को जाता है. जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने इस पुरस्कार के लिए कुटुंबा प्रखण्ड को चुने जाने पर कुटुंबा प्रखण्ड के बीडीओ, मनरेगा पीओ, सीडीपीओ, डीपीओ और आईसीडीएस के साथ-साथ उप विकास आयुक्त को भी बधाई दी है.
डीडीसी के नेतृत्व में हुआ बेहतर काम- डीएम
डीएम ने कहा कि उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार के नेतृत्व में बेहतर कार्य किए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार से राज्य के अन्य जिलों और पंचायतों को भी प्रेरणा मिलेगी. सिविल सर्विस दिवस के अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के युवा अधिकारी अंशुल कुमार को ये अवार्ड मिलना बिहार और औरंगाबाद जिले के लिए गर्व की बात है. बता दें कि औरंगाबाद में उपविकास आयुक्त के पद पर कार्यरत अंशुल कुमार ग्राम विकास के कार्यों की लगातार समीक्षा करते रहते हैं, जिससे उनके कार्यकाल में ग्राम पंचायतों के कार्य में सुधार हुआ है.