औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद के पूर्व सांसद और नागालैंड के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार और आईपीएस स्वीटी सहरावत के बीच मुलाकात के दौरान तीखी बहस हुई. आईपीएस स्वीटी सेहरावत इस समय औरंगाबाद सदर की एसडीपीओ के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने पूर्व राज्यपाल से आवास पर मिलने से मना कर दिया. जिसके कारण निखिल कुमार भड़क गए और मिलकर जाने पर ही अड़ गए.
औरंगाबाद SDPO पर भड़के पूर्व राज्यपाल: इसके साथ ही उन्होंने आईपीएस को पुलिस मैन्युअल का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आपको 24 घंटे जनता से मिलने के लिए प्रतिबद्धता है. आईपीएस और पूर्व राज्यपाल के बीच लगभग 6 से 7 मिनट तक बहस चली, जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि पूर्व गवर्नर और औरंगाबाद के पूर्व सांसद एक लेडी आईपीएस अफसर से बहस कर रहे हैं. इस वीडियो में रिटायर्ड आईपीएस, पूर्व सांसद और केरल व नागालैंड के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार और सदर एसडीपीओ स्वीटी सेहरावत के बीच बहस हो रही है. वायरल वीडियो सोमवार का है.
"मुझसे ऐसे बात मत करिए. मैं आवास पर नहीं मिलती हूं. मुझे एक घंटा आधा घंटा पहले बता दिया जाता है तो मैं थोड़ा पहले ऑफिस पहुंच जाती हूं और लोगों से मिलती हूं. आप हमें बता देते कि मिलना है तो मैं आ जाती है. मैं लोगों को अपने पर्सनल स्पेस में अलाउ नहीं करती हूं. ये मेरा ऑफिस नहीं है और मैं यहां सबसे नहीं मिल सकती हूं."- स्वीटी सहरावत, एसडीपीओ, औरंगाबाद सदर
घर पर नहीं मिलने पर हुई तीखी बहस: जानकारी के अनुसार पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार आमलोगों की शिकायत लेकर सोमवार को एसडीपीओ के आवास पर पहुंचे थे, जहां आईपीएस स्वीटी सहरावत से मिलने के लिए उन्हें काफी देर तक इंतजार करना पड़ा. स्वीटी सहरावत के गार्ड ने बताया कि मैडम स्नान कर रही हैं. काफी देर बाद जब मैडम बाहर आईं तब पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार उनसे बात करने गए. तब स्वीटी सहरावत ने उनसे दफ्तर आकर मिलने को कहा, जिसके बाद दोनों में तीखी बहस हो गई.
"आप आवास पर लोगों से क्यों नहीं मिलती हैं. आप आईपीएस हैं और जनता से आपतो सुबह शाम कभी भी कहीं भी मिलने के लिए तैयार रहना है. शहर में चोरियां हो रही हैं. कोई एक्शन आप ने लिया है तो उसका असर नहीं हुआ है. आपको सारी चीजों के बारे में पता होना चाहिए. हम आपस मिलने आए हैं और आप हमें इंतजार कराए जा रही हैं."- निखिल कुमार, नागालैंड के पूर्व राज्यपाल
निखिल कुमार का आईपीएस ने नहीं उठाया फोन: मामले के सम्बंध में बताया जाता है कि सोमवार को पूर्व राज्यपाल और रिटायर्ड आईपीएस निखिल कुमार दानी बिगहा स्थित अपने आवास में मौजूद थे. तभी चोरी और पुलिस की कार्यशैली की शिकायत लेकर स्थानीय लोग उनके मिलने पहुंचे. लोगों की समस्या सुनकर निखिल कुमार ने अपने पीए से सदर एसडीपीओ स्वीटी सेहरावत को फोन कराया. फोन रिसीव नहीं होने पर निखिल कुमार ने खुद फोन किया. उसके बाद भी जब फोन कट कर दिया गया तो वे उनसे मिलने उनके आवास जाने लगे.
आधे घंटे तक एसडीपीओ आवास के बाहर खड़े रहे निखिल कुमार: पूर्व राज्यपाल पैदल ही फरियादियों को साथ लेकर एसडीपीओ के आवास पहुंच गए, जहां उन्हें बताया गया कि मैडम स्नान कर रही हैं. हालांकि वे आवास पर किसी से नहीं मिलती, इसलिए बेहतर होगा कार्यालय जाएं. यह सुनकर निखिल कुमार आवास के बाहर ही खड़े हो गए. सूचना मिलने पर डीडीसी अभ्येंद्र मोहन सिंह वहां पहुंचे. अपने आवास पर चलकर बैठने का आग्रह किया, लेकिन पूर्व राज्यपाल नहीं गए. आधे घंटे तक एसडीपीओ आवास के बाहर खड़े रहने के बाद एसडीपीओ स्वीटी सहरावत बाहर निकलीं. तब निखिल कुमार उनसे मिले. इस बीच दोनों के बीच तीखी बहस भी हुई.
लोगों ने की थी पुलिस पदाधिकारियों से बात करने की अपील: पूर्व राज्यपाल ने उन्हें शहर में हो रही चोरियां और कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की शिकायत की. यही नहीं पेट्रोलिंग नहीं होने की भी बात कही. इस पर आईपीएस स्वीटी सहरावत ने कहा कि आप ऑफिस में आकर बात करें और पेट्रोलिंग हर रात होती है. पेट्रोलिंग नहीं होने की बात गलत है. इस पर पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने कहा कि ऑफिस जाकर मिलने की बात गलत है. पुलिस मैनुअल के हिसाब से आपको 24 घंटे जनता के लिए उपलब्ध रहना है हम भी आईपीएस रह चुके हैं. आपने हमें इंतज़ार कराया यह सही नहीं है.