औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना क्षेत्र के अब्दुलपुर मोहल्ले में एक दर्दनाक घटना हुई है. 2 सौ रुपए हर महीने बिजली बिल भुगतान करने वाले शख्स को बिजली विभाग ने 50 हजार 455 रुपए का जुर्माना (Fine Imposed By Electricity Department) लगा दिया. जुर्माने के बाद शख्स को दिल का दौरा आया और उसकी मौत हो गई. दरअसल, बिजली विभाग के कनीय विद्युत अभियंता नीरज कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर छापामारी अभियान चलाया गया था. इस दौरान कई घरों पर छापा मारकर बिजली चोरी के आरोप में जुर्माना लगाया गया.
यह भी पढ़ें: बिजली ठीक करने के लिए ट्रांसफार्मर पर चढ़ा था टेक्नीशियन, अचानक पावर सप्लाई होने से जिंदा जला
पुलिस को देखते ही गृहस्वामी बेहोश: जानकारी के मुताबिक बीते सोमवार को बिजली विभाग के कर्मचारियों ने कनीय विद्युत अभियंता नीरज कुमार के नेतृत्व में छापामारी अभियान (Raid Operation For Electricity Theft) चलाया. इस दौरान शहर के अब्दुलपुर मोहल्ले में संतोष कुमार महतो के घर पर छापेमारी की गई. जहां कथित रूप से अवैध मीटर बायपास कर विद्युत चोरी के आरोप में 50 हजार 4 सौ 55 रुपये का आर्थिक दंड लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. बुधवार को रफीगंज थाना के एएसआई टुनटुन चौधरी अपने दलबल के साथ घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे थे. जिनको देखते ही गृहस्वामी संतोष कुमार महतो के पिता मदन महतो बेहोश हो गए.
यह भी पढ़ें: पटना में बिजली उपभोक्ता को 3 दिन में 4 हजार के 'बिल का करंट', अब मिल रहा सिर्फ आश्वासन
अवैध वूसली करने का लगाया आरोप: गृहस्वामी के बेहोश होते घर में अफरा-तफरा का माहौल बन गया. आनन-फानन में परिजन उन्हें इलाज के लिए रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर भागे. जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. मृतक के भाई गोपाल महतो ने बिजली विभाग पर अवैध वसूली करने का दवाब बनाने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अब्दुलपुर रफीगंज वाले मकान में उनके भाई और भाभी मिलाकर सिर्फ दो ही लोग रहते थे. प्रतिमाह 200 से 250 रुपए का बिल आता था. अवैध वसूली के लिए पुलिस थाने में झूठा मुकदमा दायर किया गया है.
"अब्दुलपुर रफीगंज वाले मकान में भाई और भाभी मिलाकर सिर्फ दो ही लोग रहते थे. जहां उन्हें प्रति माह 200 से 250 रुपए का बिल हर माह आता था. लेकिन बिजली विभाग द्वारा अवैध पैसा वसूली की नीयत से उनके भाई पर झूठा मुकदमा दायर किया गया और पुलिस भेजकर बेवजह दबाव बनाया गया. जिस कारण उनके भाई की मौत हो गई" -गोपाल महतो, मृतक का भाई
मौत के बाद पत्नी की हालत नाजुक: अस्पताल से गृहस्वामी के घर मौत की खबर मिलते ही कोहराम मच गया. मृतक की पत्नी बार-बार बेहोश होने लगी. उनकी हालत भी नाजुक बतायी जा रही है. इसी बीच घटना की सूचना मिलते ही उप प्रमुख प्रतिनिधि कमलेश यादव, पुर्व उपाध्यक्ष नगर पंचायत रविंद्र प्रसाद, अनिल गौतम, राजेन्द्र यादव सहित अन्य लोग पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पहुंच गए. बता दें कि ज्ञात मृतक को एकमात्र पुत्र है, जो गया में रहकर अपने परिवार के साथ निजी कोचिंग सेंटर संचालित करता है.