औरंगाबाद: जल जीवन हरियाली और मानव श्रृंखला को लेकर जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल लगातार प्रखंडों में सम्मेलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को ओबरा और बारुण प्रखंड मुख्यालय पर भी डीएम ने खुला सम्मेलन किया, जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य लोग और सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया.
'हरियाली को बचाना होगा'
बता दें कि जल जीवन हरियाली योजना की सफलता के लिए बनाए जा रहे मानव श्रृंखला को लेकर राज्य के अधिकारी लगातार बैठक कर रहे है. सभा में सभी जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों को बुलाया गया था. इस खुले मीटिंग में जिलाधिकारी ने तय किया कि जिले में इस बार 468 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा लोगों को समझाया कि प्रकृति के बदलते स्वरूप से अगर बचना है तो जल जीवन और हरियाली को बचाना होगा. इसके लिए तालाब को बचाने के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने होंगे.
'मानव के हाथ में है प्रकृति की सुरक्षा'
जिलाधिकारी ने कहा कि जून 2019 में हुए भीषण गर्मी से 200 से अधिक लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि अगर प्रकृति संतुलित रहेगी तो ना ही ज्यादा गर्मी होगी और ना ही ज्यादा ठंडी होगी. इंसान के हाथ में ही प्रकृति की सुरक्षा है. वहीं, जिलाधिकारी मानव श्रृंखला के लिए लगातार बैठक का आयोजन कर रहे हैं, जिससे कि मानव श्रृंखला का उद्देश्य सफल हो सके.