औरंगाबाद: आगामी छठ महापर्व को लेकर डीएम सौरभ जोरवाल ने सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि इस साल छठ पूजा नदी, नहर या तालाब पर नहीं होगी बल्कि श्रद्धालुओं को घर पर ही इसे मनाना होगा. इस सम्बंध में गृह विभाग की विशेष शाखा ने आदेश जारी किया है और जिलाधिकारी ने इस आदेश की पुष्टि की. राज्य सरकार की ओर से कंटेनमेंट जोन के बाहर छठ पूजा 2020 के संबंध में दिशा निर्देश जारी किये गए हैं.
छठ मेला के आयोजन पर रोक
गृह विभाग बिहार सरकार की ओर से दिये गए निर्देश के अनुसार छठ पूजा के दौरान अत्यधिक भीड़ इकट्ठा होने की संभावना होती है. इस दौरान दो व्यक्तियों के बीच सामाजिक दूरी का अनुपालन करा पाना कठिन होता है. इसी कारण इस साल आम जनता को अपने घर पर ही छठ पूजा करने के लिए प्रेरित किया जाना है. इसके अतिरिक्त महत्वपूर्ण नदियों और तालाब घाटों पर कॉविड 19 के संक्रमण को रोकने के लिए छठ के दौरान सुबह और शाम को दिए जाने वाले अर्ध्य को अपने घर पर ही करने के लिए कहा जाना है. साथ ही गृह विभाग बिहार सरकार की ओर से सभी प्रकार के छठ मेले के आयोजन पर रोक लगाई गई है.
मंदिर समिति के सदस्यों के साथ बैठक
एसडीएम सदर प्रदीप कुमार ने बताया कि छठ के दौरान देव में और रिसियप दोमुहान पर सबसे अधिक भीड़ लगने की संभावना होती है. इस बार कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए देव मंदिर न्यास समिति के सदस्यों के साथ बैठक की गई है. उन्हें विभागीय निदेशों से अवगत कराया गया है. इसके साथ ही स्थानीय लोगों को अपने घर पर ही छठ पूजा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जिला जन संपर्क अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि गृह विभाग विशेष शाखा की ओर से जारी दिशा-निर्देश की प्रति सभी मुख्य चौक चौराहों पर लगवाना सुनिश्चित करें. प्रखंड विकास अधिकारी माइकिंग के माध्यम के प्रचार प्रसार करें कि इस साल जिले में छठ अवसर पर मेला, जागरण और किसी भी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा. इसमें देव कार्तिक छठ मेला और दो मुहान छठ मेला भी शामिल है. इस बात की सूचना बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के अधिकारियों को भी दी गई है.
इनकी रही मौजूदगी
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने गृह विभाग के आदेश के बाद जिले में आम लोगों को निवेदन किया है कि वह कंटेनमेंट जोन का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही सुबह और शाम का अर्घ्य प्रदान करें. बैठक में पुलिस अधीक्षक, सुधीर कुमार पोरिका, अपर समाहर्ता, आशीष कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन, डॉ. अकरम अली, एसडीएम सदर, डॉ प्रदीप कुमार, एसडीपीओ सदर अनूप कुमार, जिला परिवहन अधिकारी, अनिल कुमार सिन्हा, प्रखंड विकास अधिकारी देव, अमरेश कुमार, अंचल अधिकारी, कुटुंबा और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे.