ETV Bharat / state

3 दिनों से लगातार हो रही बारिश ने किसानों की तोड़ी कमर, गेंहू और दलहन की फसलें बर्बाद

पिछले तीन दिनों से जारी तेज हवा और बारिश ने जिले में दलहन और गेंहू की फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है. किसानों को उम्मीद थी कि घान की फसल से हुए घाटे की भरपाई रबी की फसल से हो जाएगी, लेकिन उन्हें एक बार फिर निराशा हाथ लगी है.

author img

By

Published : Mar 14, 2020, 12:18 PM IST

aurangabad
aurangabad

औरंगाबादः जिले में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश से सिर्फ जनजीवन ही प्रभावित नहीं हुआ है, बल्कि किसानों की किस्मत भी लुट गई है. किसान तो वैसे भी धान की फसल को लेकर घाटे में थे. रबी की फसल से उम्मीद थी, लेकिन प्रकृति की मार ने इसे भी चौपट कर दिया.

फसल हुए नष्ट
पिछले तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने रबी की फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है. रबी की फसल में मुख्य रूप से गेहूं, दलहन और तिलहन होता है. जिनमें इसी मौसम में दाना भरते हैं. बारिश से फूल झड़ जाने से फल खोखला हो जाता है. इसके अलावा खेत में पानी भरने से जड़े कमजोर हुई और तेज हवा से सारी फसल जमीन पर लेट गई हैं. यही स्थिति रही तो किसान के घर अनाज तो दूर भूसा भी नहीं जा पाएगा.

aurangabad
खेतों में पानी जमने से फसल हो रहा बर्बाद

परेशान हैं किसान
ईटीवी भारत संवाददाता ने बारिश के दौरान विभिन्न गांवों की स्थिति जानने की कोशिश की, तो जिले भर में कमोवेश यही स्थिति पाया. खेतों में पानी भर गया है और फसल गिर गए हैं.

20 दिन पहले भी इसी तरह की बरसात हुई थी लेकिन उस समय ज्यादा तेज हवा नहीं होने के कारण फसल गिरी नहीं थी. लेकिन अभी हो रही बारिश के साथ तेज हवा भी है. किसान बताते हैं कि वो लुट गए हैं. धान की फसल के खरीदार नहीं मिल रहे थे, तो किसी तरह बिचौलियों को औने-पौने दाम में बेचा था. सोचा था कि घाटे की भरपाई रबी की फसल से हो जाएगी. लेकिन रबी की फसल भी प्रकृति के प्रकोप का शिकार हो गई.

पेश है खास रिपोर्ट

किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं
किसानों को लेकर तमाम योजनाएं हैं, लेकिन जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिलता है. करोड़ों रुपये की फसल बीमा योजना लागू होने के बाद भी किसान में फसल को लेकर सुरक्षा का भाव नहीं आ पा रहा है. खरीफ की फसल प्रकृति की मार से प्रभावित होकर किसी तरह से घर आया तो पैक्स में धान खरीदने वाला कोई नहीं है. किसान बिचौलियों के यहां औने-पौने भाव में बेच रहे हैं. वहीं, अब रबी की फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.

औरंगाबादः जिले में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश से सिर्फ जनजीवन ही प्रभावित नहीं हुआ है, बल्कि किसानों की किस्मत भी लुट गई है. किसान तो वैसे भी धान की फसल को लेकर घाटे में थे. रबी की फसल से उम्मीद थी, लेकिन प्रकृति की मार ने इसे भी चौपट कर दिया.

फसल हुए नष्ट
पिछले तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने रबी की फसल को बुरी तरह प्रभावित किया है. रबी की फसल में मुख्य रूप से गेहूं, दलहन और तिलहन होता है. जिनमें इसी मौसम में दाना भरते हैं. बारिश से फूल झड़ जाने से फल खोखला हो जाता है. इसके अलावा खेत में पानी भरने से जड़े कमजोर हुई और तेज हवा से सारी फसल जमीन पर लेट गई हैं. यही स्थिति रही तो किसान के घर अनाज तो दूर भूसा भी नहीं जा पाएगा.

aurangabad
खेतों में पानी जमने से फसल हो रहा बर्बाद

परेशान हैं किसान
ईटीवी भारत संवाददाता ने बारिश के दौरान विभिन्न गांवों की स्थिति जानने की कोशिश की, तो जिले भर में कमोवेश यही स्थिति पाया. खेतों में पानी भर गया है और फसल गिर गए हैं.

20 दिन पहले भी इसी तरह की बरसात हुई थी लेकिन उस समय ज्यादा तेज हवा नहीं होने के कारण फसल गिरी नहीं थी. लेकिन अभी हो रही बारिश के साथ तेज हवा भी है. किसान बताते हैं कि वो लुट गए हैं. धान की फसल के खरीदार नहीं मिल रहे थे, तो किसी तरह बिचौलियों को औने-पौने दाम में बेचा था. सोचा था कि घाटे की भरपाई रबी की फसल से हो जाएगी. लेकिन रबी की फसल भी प्रकृति के प्रकोप का शिकार हो गई.

पेश है खास रिपोर्ट

किसानों को योजनाओं का लाभ नहीं
किसानों को लेकर तमाम योजनाएं हैं, लेकिन जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिलता है. करोड़ों रुपये की फसल बीमा योजना लागू होने के बाद भी किसान में फसल को लेकर सुरक्षा का भाव नहीं आ पा रहा है. खरीफ की फसल प्रकृति की मार से प्रभावित होकर किसी तरह से घर आया तो पैक्स में धान खरीदने वाला कोई नहीं है. किसान बिचौलियों के यहां औने-पौने भाव में बेच रहे हैं. वहीं, अब रबी की फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.