औरंगाबादः बिहार के औरंगाबाद में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. विस्फोटक, कारतूस के अलावे दर्जनों की संख्या में कीपैड मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है. इस दौरान सुरक्षा बलों की भनक लगते ही नक्सली मौके से भागने में सफल रहे. बताया जा रहा है कि नक्सली किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे. लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साजिश को नाकाम कर दिया.
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नक्सली मौके से फरारः औरंगाबाद एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने गुरुवार को कार्रवाई के बारे में जानकारी दी. कहा कि जिले में नक्सली हमले की साजिश रची जा रही रही थी. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की है. हलांकि छापेमारी की भनक पर नक्सली मौके से फरार हो गए. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक व कारतूस सहित अन्य सामान बरामद की है. नक्सली की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है.
नक्सली इलाकों में छापेमारीः एसपी ने बताया कि यह कार्रवाई सीआरपीएफ 205 कोबरा वाहिनी के समादेष्टा कैलाश के निर्देशन में की गई. द्वितीय कमान अधिकारी महाले मनीष, 47वीं वाहिनी के बीएस भाटी, द्वितीय काम अधिकारी ओमप्रकाश यादव, उप समादेष्टा नीरज कुमार, सहायक समादेष्टा 159वीं वाहिनी सीआरपीएफ, एसटीएफ एवं जिला पुलिस के संयुक्त नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. मदनपुर थाना क्षेत्र के बंदी, करीबा डोभा, पचरुखिया एवं आस पास के इलाकों में भी छापेमारी की गई.
"पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जंगल में 10-15 नक्सलियों का जमावड़ा है. जहां नक्सली हमले की साजिश रची जा रही थी. सूचना के आधार पर टीम बहनाकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इसी दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक व कारतूस सहित 63 मोबाइल बरामद किया गया. नक्सली के खिलाफ लागातार कार्रवाई जारी है." -कांतेश कुमार, एसपी, औरंगाबाद
15 नक्सलियों के खिलाफ केस दर्जः अभियुक्तों कार्रवाई के दौरान 63 मोबाइल फोन, दो एंड्रॉयड फोन, 250 राउंड गोलियां, आठ वायरलेस सेट, दो इंटरसेप्टर्स, दो कैमरा फ्लैस, बारूद की थैली, 21 आईडी बम, 50 सिम कार्ड एवं नक्सल साहित्य समेत कई अन्य अवैध सामग्रियां बरामद की गई है. कुछ जब्त सामग्रियों को यथा स्थान पर विनष्ट कर दिया गया. मामले में कुल 10-15 अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ नक्सल कांड दर्ज किया गया.