औरंगाबाद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चमकी बुखार की रोकथाम और इसके इलाज के लिए तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में एईएस/जेई किट पहुंचाया जा चुका है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों के एईएस/जेई किट वार्डों में ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की गई है.
यह भी पढ़ें- SKMCH में भर्ती 2 और बच्चों में AES की पुष्टि, इस साल 3 मासूमों की हुई है मौत
अस्पतालों में सभी उपकरण मौजूद
स्वास्थ्य संस्थानों में एंबू बैग जैसे सारे उपकरणों को लगाया गया है. जिला केंद्रीय औषधि भंडार और सदर अस्पताल में 5-5 मेदोजोलम नसल स्प्रे भी उपलब्ध है. साथ ही सदर अस्पताल औरंगाबाद में पीडियाट्रिक चाइल्ड वार्ड भी उपलब्ध है. पिछले वर्ष औरंगाबाद जिले में एईएस/जेई के 3 मामले सामने आए थे. इस वर्ष अभी तक एईएस/जेई का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.
88% बच्चों को दी गई दूसरी खुराक
जिले में जनवरी 2021 तक एईएस/जेई टीकाकरण के अंतर्गत 90% बच्चों को पहली खुराक और 88% बच्चों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है. जिले में एईएस/जेई से लड़ने के लिए लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि जिला मलेरिया कार्यालय, औरंगाबाद द्वारा जिले के सभी 11 प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में गैप असेसमेंट का कार्य किया जा चुका है.
कई अधिकारी रहे मौजूद
इसके लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में 3-3 बेड के हिसाब से 33 बेड, अनुमंडलीय अस्पताल और सदर अस्पताल में 6-6 बेड की अलग से व्यवस्था की गई है. बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अकरम अली, नॉन कम्युनिकेबल डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. कुमार महेंद्र प्रताप, डीपीएम डॉ. कुमार मनोज और स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे.